भोपाल : प्रदेश में अक्षय ऊर्जा के स्त्रोतों में से एक पवन ऊर्जा से बिजली उत्पादन किये जाने की ओर राज्य सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में पवन ऊर्जा की 6,700 मेगावाट क्षमता की 158 परियाजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में 878 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएँ स्थापित कर सफलता से बिजली पैदा की जा रही है। अक्षय ऊर्जा के अन्य स्त्रोत बॉयोमास आधारित 82 मेगावाट क्षमता की परियोजना भी संचालित हो रही है। बॉयोमास ऊर्जा में कृषि के अपशिष्ट एवं वनों में पाई जाने वाली अनुपयोगी घास का उपयोग किया जाता है। प्रदेश में बॉयोमास आधारित 165 मेगावाट क्षमता की 16 परियोजना पर काम किया जा रहा है। ऊर्जा विकास निगम ने पवन ऊर्जा और बॉयोमास आधारित परियोजनाओं के लिए नवीन क्रियान्वयन नीति बनाकर इसे लागू किया है। नवीन नीति में निजी निवेशकों के आकर्षण के लिए कई प्रावधान किये गये हैं।