शिक्षित लोगो को दण्डित करने पर राजतन्त्र का अंत हुआ था पूँजीबाद मरणासन्न है नेता कुबेर बनना चाहते है जनता को भिखारी बनाना चाहते है जनता सब समझ रही है एक दिन कुबेर का अंत करेगी जब जनता संत बनेगी साल शिक्षक दिवस एवं कृष्ण जन्माष्टमी साथ-साथ शिवराज सिंह परेसान-कबीर के इस दोहे से- गुरु गोबिंद दोऊ खड़े काखे आगे लागूँ पांव...........! आखिर शिवराज सिंह दोहे का अर्थ समझ ही लिए और उनके इसारे के अर्थ को उनकी जल्लाद पुलिस भी समझने में देर न करते हुए गुरुओं के सिर में पांव रख कर डंडे से बंदन कर ही दिया। (अध्यापकों द्वारा भोपाल में किये जा रहे अंशन पर पुलिस ने लाठियां बरसाई, घसीटा और पैरों से सिर कुचला) फोटो देखे और शिवराज सिंह की गुरु भक्ति को नमन करेगें अथवा निंदा आप जानें