enewsmp.com:-हम सब में से ऐसा कोई भी इन्सान नही है जो की अपने जिंदगी में किसी ना किसी प्रकार की छोड़ी बड़ी परेशानियां आये दिन बनी रहती है,मगर यह बिमारी उन व्यक्तियों को होता है जो अधिक परेशानियों से घिरे रहते हैं,प्रदेश के डॉक्टरों की माने तो इस रोग का प्रभाव व्यक्तियों की कलाइयों, कोहनियों, कमर, हथेलियों तथा कंधों पर होता है। डॉक्टरों ने ये भी बताया कि अपरस एक प्रकार का चर्मरोग है जो संक्रामक होता है। यह रोग सर्दियों के मौसम ज्यादा तर होता है,जब यह रोग किसी व्यक्ति के शरीर के किसी भाग पर होता है तो उस भाग की त्वचा का रंग गुलाबी हो जाता है और फिर उस पर सफेद खुरंट जम जाते हैं। जब ये खुरंट छूटते हैं तो त्वचा से रक्त निकलने लगता हैं।अगर इस स्थित में रोगी व्यक्ति को कम से कम 7 से 15 दिनों तक फलों का सेवन करना चाहिए और उसके बाद फल-दूध पर रहना चाहिए।अपरस रोग से पीड़ित व्यक्ति को यदि कब्ज की शिकायत हो तो उसे गुनगुने पानी से एनिमा क्रिया करके अपने पेट को साफ करना चाहिए। जिसके फलस्वरूप रोगी का यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।