भोपाल(enewsmp.com)-बालाघाट के मलाजखंड कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन व सांसद बोधसिंह भगत के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। मंत्री व सांसद एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की झड़ी छेड़ दी।बात इतनी बढ़ गयी की मंत्री नाराज होकर मंच छोंड़कर बीच में ही चले गये। अब देखा जाये तो कृषी मंत्री गौरीशंकर और सांसद बोधसिंह दोनों बीजेपी से ताल्लुक रखते हैं।दोनों एक ही पार्टी के कार्यक्रम सबका साथ सबका विकास में शामिल होने आये थे।फिर ये तीखी नोकझोंक क्यूँ?.... और विवाद हुआ भी तो किसान की समस्या को लेकर! जहां एक ओर किसानों के आंदोलन से सरकार को कुछ निजात मिली तो बीजेपी के मंत्री और सांसद एक बार फिर एक दूसरे से मंच पर ही भिड़ गये। आखिर कृषी मंत्री और सांसद के भिड़ने से यह तो साफ जाहिर होता है की कृषि मंत्री गौरीशंकर विसेन और सांसद बोध सिंह का आपस में साथ तो नहीं बनता!....फिर सबका साथ सबका विकास जैसे कार्यक्रम का क्या मतलब। कार्यक्रम की इतनी भीड़ व मीडिया के कैमरों के सामने मंत्री और सांसद का बहस करना बीजेपी के अंतःकलह को दर्शाता है। अब ये नोकझोंक जनता के लिये थी या अपने निजी स्वार्थ के लिये यह समझ से परे है? एक ओर जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जनता के बीच अपनी साख बचाने के लिये किसानों के बीच जा कर खुद समझाइस देते नजर आ रहे हैं वहीं उनके शेजवार जैसे मंत्री व सांसद किसानों की समस्याओं को लेकर आपस में ही लड़़ लड़ कर पार्टी व सरकार दोनों की साख को दाग लगा रहे हैं , जरूरत है समय रहते ऐसे राजनेताओं पर अंकुश लगाने की ..