👉दीनदयाल चलित अस्पताल योजना में घोटाला भोपालenewsmp✍नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने दीनदयाल चलित अस्पताल घोटाले के आरोपी मंत्री ओमप्रकाष धुर्वे को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त कर उनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने की माँग की है। धुर्वे ने वर्ष 2008 से 2012 के बीच दीनदयाल चलित अस्पताल योजना में अपने एन.जी.ओ. गजानन षिक्षा एवं जन सेवा समिति के जरिये 4 करोड़ रूपये का ठेका लिया था। इसमें उन्हें शहडोल, उमरिया, मंडला, डिंडोरी जिले के 86 आदिवासी ब्लॉक में दीनदयाल चलित अस्पताल योजना की सुविधाएँ उपलब्ध करवानी थी लेकिन श्री धुर्वे ने ऐसा न करते हुए एम्बुलेंस के जो बिल लगाए हैं वे शर्मनाक हैं, उन्होंने जिन गाड़ियों को एंबुलेंस बताया है उनके नंबर आर.टी.ओ. में सरस्वती षिषु मंदिर स्कूल की बस, डिंडोरी नगरपालिका की फायर ब्रिगेड एवं जबलपुर के नाम पर दर्ज हैं यानि फर्जी गाड़ियों के नंबर देकर मंत्री धुर्वे ने दीनदयाल चलित अस्पताल योजना की पूरी 4 करोड़ की राषि हड़प ली। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है, एक तो श्री धुर्वे को इस धोखाधड़ी कारण गरीब आदिवासियों को चिकित्सा सुविधा नहीं मिली। दूसरा एक मंत्री अपनी ही सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहा है। मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार में जीरो टालरेंस का दावा करते हैं, वहीं उनके ही सरकार के मंत्री घोटाले के आरोपी है। श्री सिंह ने कहा तत्कालीन कलेक्टर चंद्रषेखर बोरकर और हाईकोर्ट के आदेष के बाद भी आज तक धुर्वे के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज नहीं कराई। और तो और मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्री तक बना दिया। सिंह ने कहा कि इसके पूर्व भी धुर्वे बाँधवगढ़ उपचुनाव में आचार संहिता के स्पष्ट उल्लंघन के मामले में पकड़े गए, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। श्री सिंह ने कहा कि वैसे भी सरकार स्लोगन है अपराधी भाजपा का तो सौ खून माफ। उन्होंने कहा कि जब सरकार के ही एक मंत्री ने दीनदयाल चलित अस्पताल में इतना बड़ा घोटाला किया है तो इससे पता चलता है कि पूरे प्रदेष में इस योजना में कितना बड़ा घोटाला किया होगा। उन्होंने कहा कि इस पूरी योजना के कार्यकाल 2006 से लेकर 2012 तक की अगर निष्पक्षता से जाँच की जाए तो अरबों रूपए का घोटाला सामने आएगा।