इंदौर (मध्य प्रदेश). व्यापमं और डीमैट घोटाला उजागर करने वालों में से एक डॉ. आनंद राय ने सीएम शिवराजसिंह चौहान पर शिकायतें वापस लेने के लिए लालच देने का आरोप लगाया है। हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में बुधवार को दिए एफिडेविट में डॉ. राय ने लिखा है कि सीएम ने उन्हें घर बुलाया और कहा घोटाले को लेकर जितनी पिटीशन लगाई हैं, सब वापस ले लो। इसके बदले मैं तुम्हारा और पत्नी डॉ. गौरी राय का ट्रांसफर वापस इंदौर करवा दूंगा। कोर्ट ने राय के आरोप पर सरकार से सात दिन में जवाब देने के लिए कहा है। डॉक्टर राय और पत्नी का हुआ था ट्रांसफर डॉ. राय का इंदौर से अटैचमेंट कैंसिल करते हुए उन्हें धार भेजा गया था, जबकि उनकी पत्नी डॉ. गौरी को उज्जैन से धार पोस्ट कर दिया था। इसके खिलाफ डॉ. राय ने पिटीशन दायर की थी। कोर्ट ने दोनों की पोस्टिंग पर रोक लगा दी थी। इस बीच बुधवार को डॉ. राय ने जस्टिस पी.के. जायसवाल, जस्टिस डी.के. पालीवाल की कोर्ट में अपने वकील के जरिए यह एफिडेविट दिया है। माना जा रहा है कि व्यापमं, डीमैट घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई में भी यह मामला उठाया जाएगा। इस पूरे मामले को व्हिसल ब्लोअर को प्रभावित करने के रूप में देखा जा रहा है। 1 घंटा 5 मिनट तक हुई सीएम से बात डॉ. राय ने शपथ पत्र में लिखा है कि बीते 11 अगस्त को एक कॉमन फ्रेंड के जरिए मुख्यमंत्री ने मुझ तक संदेश भिजवाया था कि वह मुझसे मिलना चाहते हैं। उसी दिन 6 श्यामला हिल्स स्थित उनके सरकारी घर पर रात 9.45 से 10.50 बजे तक करीब एक घंटा पांच मिनट तक चर्चा हुई। सीएम ने मुझसे कहा कि व्यापमं, डीमैट घोटाले को लेकर जो अभियान छेड़ रखा है वह खत्म कर दो। ऐसा करने के बाद मैं तुम्हारा ट्रांसफर कैंसिल करवा दूंगा। इस मुलाकात के बारे में मेरे पास दस्तावेज हैं, जिन्हें जरूरत होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई ने अक्षय की मेडिकल रिपोर्ट हासिल की उधर, सीबीआई की टीम ने एक टीवी चैनल के रिपोर्टर अक्षय सिंह की हुई मौत को लेकर उनके घरवालों से मेडिकल रिपोर्ट जांच के लिए ली है। अक्षय की मेडिकल हिस्ट्री भी ली गई है। अक्षय की मौत तब हुई थी, जब वे व्यापमं से जुड़े एक मामले में नम्रता डामोर की मौत की पड़ताल के लिए उनके घर गए थे।