भोपाल। सरकारी नौकरी करने वाले दो-दो बेटों के बावजूद बुढ़ापे में अभावों में जीवन काट रही 87 वर्षीय बुजुर्ग महिला ग्यारसी बाई को अब हर माह 12 हजार रुपए भरण पोषण राशि मिलेगी। छोला स्थित रिसालदार कॉलोनी निवासी ग्यारसी बाई दोनों बेटों की उपेक्षा के कारण अलग रहती हैं। पति रामप्रसाद साहू का 11 वर्ष पूर्व निधन हो चुका है। एसडीएम मुकुल गुप्ता ने ग्यारसी बाई के दोनों बेटे नर्मदा प्रसाद साहू और राकेश साहू को भरण पोषण राशि देने के साथ ही सप्ताह में एक दिन मां से मिलने और हालचाल जानने उनके निवास स्थान पर पहुंचने का आदेश दिया है। बड़ा बेटा नर्मदा प्रसाद साहू (55) मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में कार्यरत हैं। छोटा राकेश साहू (50) खनिज विभाग में स्टेनोग्राफर हैं। एसडीएम ने कहा कि अलग मकान में रहने वाली बुजुर्ग मां के भोजन, फल, चाय, पानी और बिजली बिल चुकाने की जिम्मेदारी नर्मदा प्रसाद साहू की होगी। इसके अतिरिक्त हर माह खर्च के लिए वे मां को 4 हजार रुपए देंगे। डॉक्टर को दिखाना, उसकी फीस चुकाना, दवा लाना इसकी जिम्मेदारी छोटे बेटे राकेश साहू की होगी। इसके अलावा राकेश को हर माह मां को 8 हजार रुपए भरण पोषण के लिए देने होंगे। ग्यारसी बाई ने 28 फरवरी को गोविंदपुरा एसडीएम मुकुल गुप्ता की कोर्ट में भरण पोषण के लिए आवेदन किया था। इसके बाद दोनों बेटे नर्मदा साहू और राकेश साहू को नोटिस जारी कर जब तलब किया गया तो दोनों ने गलती स्वीकार करते हुए मां का ख्याल रखने का वादा किया। इसके बाद एसडीएम कोर्ट ने मां की देखभाल के लिए दोनों की जिम्मेदारियां तय की।