देश में पवन ऊर्जा स्त्रोतों से बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए 2 सितम्बर को नई दिल्ली में केन्द्रीय नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में बैठक होगी। नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल बैठक में शामिल होंगे। बैठक में देश में निजी निवेशकों के माध्यम से पवन ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। इनमें प्रमुख रूप से पवन ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए जमीन आवंटन, बैंकिंग सेक्टर से मदद, उत्पादित बिजली की अन्तर्राज्यीय बिक्री व्यवस्था, पवन ऊर्जा के मॉडर्न ट्रांसमिशन की व्यवस्था शामिल है। इस मौके पर देश में उपलब्ध पवन ऊर्जा स्त्रोतों पर केन्द्रित एटलस को भी लांच किया जायेगा। पवन ऊर्जा के क्षेत्र में देश भर में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों में गिना जाता है। वर्तमान में पवन ऊर्जा की 953 मेगावाट स्थापित क्षमता है। नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में पवन ऊर्जा पर्यावरण की दृष्टि से अन्य साधनों में सबसे सस्ता स्रोत माना जाता है। देश में वर्ष 2022 तक पवन ऊर्जा के क्षेत्र में 60 हजार मेगावाट क्षमता स्थापित किये जाने का लक्ष्य तय किया गया है।