Enewsmp.com भोपाल:- भाजपा शाषित मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है खनन माफियाओं को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त है। प्रदेश में खनन न सिर्फ बड़े पैमाने पर जारी है, बल्कि पिछले दो सालों में ये दोगुना हो चुका है, वहीं दूसरी तरफ अवैध खनन को लेकर जितने मामले प्रदेश की अदालतों में हैं, उतने अन्य किसी राज्य में नहीं हैं। यह खुलासा कोल मंत्रालय की एक रिपोर्ट में हुआ है, जिसमें अवैध खनन के पकडे गये मामलों के आंकड़े हैं। रिपोर्ट बताती है कि पिछले दो सालों में अवैध खनन करने वालों ने 9 अरब 32 करोड़ 35 लाख रुपए का गौण (रेत, गिट्टी, मुरम) और प्रमुख खनिज (मैग्नीज, बाक्साइड, कॉपर) निकाल लिया। मध्यप्रदेश में खदानों के लिए 406 पट्टे आवंटित हैं, लेकिन अवैध खनन की स्थिति यह है कि वर्ष 2015-16 में 13 हजार 627 मामले सामने आए। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014-15 में मध्यप्रदेश में अवैध खनन कारोबारियों ने जहां 8 लाख 30 हजार 638 क्यूबिक मीटर गौण खनिज की चोरी की, वहीं 36 हजार 877 क्यूबिक मीटर प्रमुख खनिज चुराया। वर्ष 2015-16 में चोरी किए गए खनिज की मात्रा की जानकारी प्रदेश ने खनन मंत्रालय को नहीं दी, सिर्फ राशि बताई है। इससे साफ जाहिर होता है कि मध्य प्रदेश भी किस तरह घोटालों का गढ़ बनता जा रहा है और खनिज माफियाओं का किस तरह से प्रदेश सरकार पर दबदबा बनता जा रहा है एक और जहां प्रदेश सरकार अवैध खनन पर रोक लगाए जाने की बात करती है वहीं दूसरी ओर इस तरह के घोटाले प्रदेश सरकार की खामियों को उजागर करते हैं