Enewsmp. com. कटनी। व्यापमं घोटाला भारतीय राज्य मध्य प्रदेश से जुड़ा प्रवेश एवं भर्ती घोटाला है जिस के पीछे कई नेताओं, वरिष्ठ अधिकारियों और व्यवसायियों का हाथ है। व्यापमं घोटाले में अब तक 45 से ज्यादा आरोपी अथवा जांच से जुड़े लोगों की मौतें हो चुकी हैं। जिस प्रकार मौत का तांडव व्यापम घोटाले में हुआ है ठीक उसी प्रकार अब बहुचर्चित कटनी हवाला कांड में मौत के ताण्डव का पहला अध्याय शुरु हो चुका है नोटबंदी के बाद मध्यप्रदेश के कटनी जिले मे हुए 26 सौ करोड के हवाला कांड के आरोपी संतोष गर्ग की हरिद्वार मे संदिग्ध परिस्थितियों मे मौत हो गयी है. जिसके चलते यह मामला और भी उलझ गया है. बहुचर्चित कटनी हवाला कांड मे बनाये गये आरोपी संतोष गर्ग ने बैंक मे फर्जी खाता खोलकर लगभग 90 करोड रूपये का ट्रांजिक्शन किया था. कटनी पुलिस ने संतोष गर्ग को पकडने के लिए 10 हजार का इनाम घोषित किया था. जिसके बाद वह फरार था. संतोष गर्ग का जबलपुर हाईकोर्ट मे आग्रिम जमानत का आवेदन भी ख़ारिज हुआ है. आज उत्तराखण्ड के हरिद्वार मे संतोष की संदिग्ध परिस्थितियों मे मौत की सूचना परिजनों को प्राप्त हुई है. परिवारिक सूत्रों की माने तो मृतक का अंतिम संस्कार हरिद्वार मे ही आनन फानन मे करने की योजना है परिवार को हरिद्वार पहुचने के लिए कहां गया है. सीहोरा के ब्राह्मणपुरा के स्थानीय लोगों के अनुसार संतोष गर्ग के घर की माली हालत देख संभव नही है कि वह अपने बैंक मे एक लाख रुपये जमा करने की क्षमता रखता है. उसके नाम से बैक मे एकांऊट खोल कर 90 करोड जमा होना अपने आप ही संदेह के घेरो मे है. ऐसे में जाँच से पहले ही उसकी मौत हो गयी है.