भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल में 10-12 सितंबर तक आयोजित होने जा रहे विश्व हिंदी सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डिजिटल रामायण रिलीज की। ये 1980 में बनना शुरू हुई थी लेकिन बाद में इसका काम रोक दिया गया था. 14 प्रसिद्ध गायकों ने 62 घंटे तक इसके लिए रिकॉर्डिंग की है. भारत को स्मार्ट बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और पहल की है। भोपाल में 10 से 12 सितंबर तक विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन के लिए आकाशवाणी ने डिजिटल रामायण तैयार की है। इसका प्रसारण जल्द किया जाएगा। मोदी ने सोमवार को इसे रिलीज किया। डिजिटल रामायण की रिकॉर्डिंग भोपाल के कलाकारों ने की है। इसे तैयार करने में लंबा समय लगा है। डिजिटल रामायण के बारे में डिजिटल रामायण पर 1980 में दूरदर्शन केंद्र भोपाल के प्रमुख समर बहादुर सिंह के नेतृत्व में काम शुरू किया गया था। यह काम 1992 तक चला, लेकिन बाद में रोक दिया गया। मोदी के आने के बाद इसे फिर से पुनर्जीवित किया गया। अब इसे ऑलइंडिया रेडियो ने रिलीज किया है। डिजिटल रामायण को तैयार करने में 12 साल लगे। इसमें 62 घंटे 14 गायकों ने अपनी आवाज दी। इनमें महेंद्र कपूर, मन्ना डे, अनुराधा पौंडवाल और कविता कृष्णामूर्ति जैसे प्रसिद्ध कलाकार शामिल हैं। सम्मेलन की खासियत... 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन में हिन्दी के साहित्यिक पक्ष की बजाय व्यावहारिक प्रयोग पर अधिक जोर होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे, जिसमें दुनिया के विभिन्न देशों के 700 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित यह सम्मेलन 10 से 12 सितम्बर तक भोपाल के लाल परेड मैदान में होगा। इस सम्मेलन का भागीदार मध्यप्रदेश है, वहीं माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय सम्मेलन का प्रायोजक है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार के हिन्दी सम्मेलन में हिन्दी के साहित्यिक पक्ष की बजाय व्यावहारिक प्रयोग पर अधिक जोर होगा। तीन दिन के इस आयोजन में विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी के साथ-साथ सरकारी कामकाज खासकर विदेश नीति में भी हिन्दी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला जाएगा। सम्मेलन हिन्दी जगत के विस्तार एवं संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा। इसमें हिन्दी के विकास, प्रवासी लेखकों, लोकतंत्र, मीडिया, रोजगार, ज्ञान-विज्ञान, फिल्मी और रंगमंच की दुनिया में हिन्दी भाषा को लेकर चर्चा होगी। सम्मेलन के समापन सत्र में बतौर विशिष्ट अतिथि मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन का व्याख्यान होगा। समापन समारोह में स्वागत भाषण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का होगा, जबकि समापन वक्तव्य गृहमंत्री राजनाथ सिंह देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कवि सम्मेलन, लोक-नृत्य और नृत्य नाटिका से सुसज्जित इस सम्मेलन में मध्य प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। सम्मेलन अवधि में पूरे भोपाल को एक विशेष थीम के आधार पर सजाए जाने की योजना है। परंपरा के अनुरूप सम्मेलन के दौरान भारत एवं अन्य देशों के हिंदी विद्वानों को हिंदी के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। सम्मेलन के आयोजन के विभिन्न पहलुओं पर विचार- विमर्श करने के लिए परामर्श, प्रबंधन और उससे जुड़े कार्यक्रम से संबंधित तीन समितियां गठित की गई हैं। परामर्श एवं कार्यक्रम समितियों की अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज हैं, जबकि प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह हैं। गौरतलब है कि विश्व हिंदी सम्मेलन के आयोजन की शुरुआत 1975 में महाराष्ट्र के नागपुर से हुई थी। उस वक्त से पूरे विश्व में ऐसे नौ सम्मेलनों का आयोजन हो चुका है। विश्व हिन्दी सम्मेलनों की यात्रा का विवरण इस प्रकार है - प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन (10-12 जनवरी, 1975) भारत , द्वितीय विश्व हिंदी सम्मेलन(28-30 अगस्त, 1976) मॉरीशस, तृतीय विश्व हिंदी सम्मेलन (28-30 अक्टूबर, 1983) भारत , चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मेलन,(02-04 दिसम्बर, 1993) मॉरीशस, पांचवां विश्व हिंदी सम्मेलन (04-08 अप्रैल, 1996) ट्रिनिदाद एवं टोबेगो, छठा विश्व हिंदी सम्मेलन (14-18 सितंबर, 1999) ब्रिटेन, सातवां विश्व हिंदी सम्मेलन (06-09 जून, 2003) सूरीनाम , आठवां विश्व हिंदी सम्मेलन (13-15 जुलाई, 2007) अमेरिका, नौवां विश्व हिंदी सम्मेलन (22-24 सितंबर, 2012) दक्षिण अफ्रीका ।