भोपाल (ईन्यूज़ एमपी): मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है, और सर्द हवाओं के कारण तापमान में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिल रही है। राजधानी भोपाल में ठंड ने पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी कम है। प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी सर्दी का प्रकोप जारी है, और 7 शहरों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। भोपाल: सर्दी का इतिहास दोहराया राजधानी भोपाल में ठंड ने इस बार इतिहास रच दिया है। 10 साल बाद नवंबर के महीने में तापमान इतना नीचे गिरा है। सर्द हवाओं और उत्तरी बर्फीली लहरों ने शहरवासियों को दिन और रात दोनों समय ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। प्रदेशभर में सर्द हवाओं का असर मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में भी ठंड का असर साफ नजर आ रहा है: अनूपपुर: यहां का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सर्दी के चरम की ओर इशारा कर रहा है। ग्वालियर, चंबल, और शहडोल: इन क्षेत्रों में भी तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। इंदौर और जबलपुर: सर्दी का असर बढ़ रहा है, और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे जा रहा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्य प्रदेश में सर्दी का प्रकोप बढ़ा दिया है। रविवार तक हवाओं के रुख में बदलाव की संभावना है, जिससे तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है। हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में ठंड और तेज हो सकती है। सर्दी से बचाव के लिए अलर्ट सरकार और प्रशासन ने ठंड को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों, बच्चों, और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसके अलावा, स्कूलों में सुबह की शिफ्ट बदलने और गरीबों के लिए अलाव जलाने जैसे कदमों की तैयारी की जा रही है। जनजीवन पर ठंड का असर ठंड के चलते बाजारों में गर्म कपड़ों और हीटर की मांग बढ़ गई है। सर्दी के असर से खेतों में काम करने वाले किसानों और खुले में रहने वाले लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। "सर्दी के इस प्रकोप ने मध्य प्रदेश के हर कोने को अपनी चपेट में ले लिया है। क्या यह ठंड नए रिकॉर्ड बनाएगी या कुछ दिनों बाद राहत मिलेगी, यह देखने की बात होगी।"