उज्जैन(ईन्यूज़ एमपी): प्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के तहत उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने आज मध्यप्रदेश की पहली मेडिसिटी परियोजना का भूमि पूजन किया। इससे पूर्व उन्होंने श्री मंगलनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के विकास और समृद्धि की कामना की। उज्जैन को मिलेगी नई पहचान उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि यह मेडिसिटी परियोजना न केवल प्रदेशवासियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी, बल्कि उज्जैन को एक हेल्थकेयर हब के रूप में स्थापित करने में भी अहम भूमिका निभाएगी। आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं, विशेषज्ञ डॉक्टरों, और शोध केंद्रों से सुसज्जित यह परियोजना युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का सृजन करेगी। समावेशी विकास का हिस्सा उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में हो रहे बदलावों की सराहना करते हुए कहा कि सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के समग्र विकास पर जोर दिया जा रहा है। मेडिसिटी, मुख्यमंत्री के समावेशी विकास के विजन का हिस्सा है, जो उज्जैन को वैश्विक स्वास्थ्य मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाएगी। सुखद भविष्य की दिशा में बड़ा कदम मेडिसिटी परियोजना न केवल आधुनिक चिकित्सा की दिशा में एक बड़ी छलांग है, बल्कि यह प्रदेशवासियों की खुशहाली और स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी परिवर्तन का प्रतीक भी बनेगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा, “मंगलनाथ भगवान का आशीर्वाद हमारे प्रयासों को नई ऊर्जा देता है और प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले जाने में सहायक है।” उज्जैन का समग्र विकास सिंहस्थ महाकुंभ 2028 के लिए की जा रही तैयारियों का जिक्र करते हुए श्री शुक्ल ने कहा कि उज्जैन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। मेडिसिटी परियोजना के साथ उज्जैन न केवल धार्मिक पर्यटन का केंद्र रहेगा, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बनाएगा। उज्जैन: स्वास्थ्य और समृद्धि का नया केंद्र मेडिसिटी परियोजना की शुरुआत उज्जैन और प्रदेश के लिए एक स्वर्णिम भविष्य की राह खोलती है। यह पहल राज्य को हेल्थकेयर और विकास के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।