भोपाल. द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) का रिजल्ट मंगलवार को घोषित हुआ। इसमें भोपाल की अवनि मिश्रा ने न्यू सिलेबस से सीएस फाइनल (प्रोफेशनल प्रोग्राम) में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल की है। भोपाल की ही सृष्टि पांडे ने (ओल्ड सिलेबस) ऑल इंडिया रैंक-8 हासिल करके शहर में दूसरा स्थान हासिल किया है। इसके साथ ही एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम का भी रिजल्ट घोषित हुआ, लेकिन इसमें भोपाल को कोई रैंक नहीं मिली। भोपाल से एग्जाम में सुचित रावल ने पहला स्थान प्राप्त किया है। 37 साल में पहली बार भोपाल से कंपनी सेक्रेटरीज एग्जाम में अवनि को यह रैंक मिली है। 19 वर्षीय अवनि प्रदेश की संभवत: सबसे कम उम्र की कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) बनी हैं। वह सीएस स्टडी के साथ चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) और नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू), भोपाल से बीए (एलएलबी) ऑनर्स भी कर रही हैं। ऑनलाइन क्लासेस से मिली हेल्प अवनि ने बताया, एनएलआईयू में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक क्लासेस होती हैं। इसके बाद कोचिंग के लिए समय नहीं बचता था। इसलिए मैंने कोचिंग जाने की जगह ऑनलाइन क्लासेस से पढ़ाई की। प्रैक्टिकल सब्जेक्ट की लाइव क्लासेस और थ्योरी के लिए रिकॉर्डेड क्लासेस की मदद मिली। हालांकि सीए, सीएस और लॉ स्टडी को एक-साथ मैनेज करना मुश्किल था, लेकिन मैंने कभी स्ट्रेस नहीं लिया। पीसफुल माहौल मिला मेरे पापा डॉ. विनय मिश्रा और मम्मी डॉ. प्रीति मिश्रा दोनों प्रोफेसर हैं। इसलिए बचपन से ही घर पर पढ़ाई का माहौल देखा। मेरे घर का एन्वायरन्मेंट पीसफुल है। पेरेंट्स के बीच अच्छी बॉन्डिंग की वजह से कभी तनाव या अन्य परेशानी का सामना नहीं कर पड़ा। पेरेंटिंग और पेरेंट्स का रिलेशनशिप का बच्चों की पढ़ाई पर फर्क पड़ता है।