भोपाल (ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल खत्म हो चुका है और सरकार का सामान्य काम का शुरू हो गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जिलों में कलेक्टर से लेकर मंत्रालय में मुख्य सचिव तक अपनी टीम बनाने के लिए लिस्ट तैयार कर ली है। इस लिस्ट को लेकर डॉक्टर यादव दिल्ली के लिए रवाना हो गए। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव का नाम दिल्ली में फाइनल होगा मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सबसे पहले भोपाल से जबलपुर पहुंचे। यहां उन्होंने भारत के उपराष्ट्रपति महोदय श्री जगदीप धनखड़ का डुमना एयरपोर्ट पर स्वागत किया। उन्हीं के साथ डिंडोरी में विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भाग लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया है कि डॉ मोहन यादव अपने साथ कई महत्वपूर्ण सरकारी फाइल लेकर गए हैं। इसमें सबसे ऊपर वाली फाइल पर लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश सरकार को मिली प्रशंसा और सफलता से संबंधित जानकारी है। सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की लिस्ट भी है। इसमें मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्ति के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज मौजूद है। मध्य प्रदेश में बीजेपी घोषणा पत्र के कितने बिंदुओं पर काम करना है इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार को फंडिंग और सरकारी योजनाओं के मामले भी है। सूत्रों का कहना है कि दिनांक 19 और 20 जून को मुख्यमंत्री दिल्ली में रहेंगे और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इन दो दिनों में, सरकारी कामकाज के अलावा दो मुद्दों पर प्रमुखता से बातचीत होगी और फैसले लिए जाएंगे। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के स्थानांतरण और पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में उजागर हुए भ्रष्टाचार के मामलों में मध्य प्रदेश सरकार का स्टैंड क्या रहेगा। मध्य प्रदेश में कौन-कौन से कलेक्टर बदलेंगे कलेक्टर मुरैना के पद से अंकित अस्थान, कलेक्टर भिंड के पद से संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर सीहोर के पद से प्रवीण सिंह, कलेक्टर सतना के पद से अनुराग वर्मा, कलेक्टर छतरपुर के पद से संदीप जी आर और कलेक्टर रायसेन के पद से अरविंद कुमार दुबे का ट्रांसफर कंफर्म है क्योंकि उपरोक्त सभी आईएएस अधिकारी 2021 से पदस्थ हैं और सबका कार्यकाल पूरा हो गया है। इनमें से कुछ के खिलाफ गंभीर शिकायतें भी हैं और कुछ के काम से सरकार खुश है। इसलिए कुछ लूप लाइन में जाएंगे और कुछ को पावरफुल पोजीशन मिलेगी। मंत्रालय में फेरबदल क्यों होगा?? मनोज पुष्प अपर सचिव को संचालक पंचायत राज के पद पर पदस्थ है परंतु उनके पास सीईओ मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन का अतिरिक्त प्रभार भी है। दोनों में से कोई एक पद वापस ले लिया जाएगा। वंदना वैद्य को राजनीति के चलते शहडोल कलेक्टर के पद से हटाया गया था। अब चुनाव खत्म हो गए इसलिए उन्हें वापस शहडोल कलेक्टर बनाया जा सकता है। चंद्रमौली शुक्ला के पास एमडी, स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन; आयुक्त, हाउसिंग बोर्ड एवं सचिव, विमानन, टोटल तीन पद हैं। इनको भी हल्का किया जाएगा। रीवा संभाग आयुक्त गोपाल चंद्र डांड जून में रिटायर हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग में अपर सचिव राकेश कुमार श्रीवास्तव जून में रिटायर हो रहे हैं। राकेश सिंह, प्रबंध संचालक मत्स्य महासंघ के पद से रिटायर हो चुके हैं। सभी रिक्त पदों पर नवीन पदस्थापना होगी। बसंत प्रताप सिंह का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है। आयुक्त मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन के पद पर नवीन पद स्थापना होगी। अनुपम राजन ने राज्य निर्वाचन के मुख्य पदाधिकारी के पद पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब वह मंत्रालय में वापस आना चाहते हैं। किसी दमदार डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव बनेंगे। संजय शुक्ला की पदस्थापना मुख्यमंत्री कार्यालय में हो चुकी है। इसके कारण प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा योजना, आर्थिक और सांख्यिकी विभाग की कमान किसी और अधिकारी को दी जाएगी। मो. सुलेमान, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग के पद पर रहते हुए मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज मान्यता घोटाला की स्थितियों को सरकार के फेवर में नहीं ला पाए। देशभर में मध्य प्रदेश की काफी बदनामी हुई है। इसलिए मोहम्मद सुलेमान को तो हटाना पड़ेगा। वैसे भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, मोहम्मद सुलेमान को पसंद नहीं करते। डॉ राजेश राजौरा होंगे मध्य प्रदेश शासन का चेहरा श्रीमती वीरा राणा का कार्यकाल खत्म हो गया है। चुनाव के कारण एक्सटेंशन दिया गया था जो सितंबर में खत्म हो रहा है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव के पद पर डॉ राजेश राजौरा को पसंद किया है। हालांकि मध्य प्रदेश में डॉ राजेश राजौरा से सीनियर अधिकारियों की लिस्ट में टोटल 6 नाम है परंतु मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, डॉ राजेश राजौरा को अपने पास की कुर्सी पर देखना चाहते हैं। डॉ राजेश राजौरा को मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ किया गया है। ताकि सभी प्रकार के दावे और आपत्तियां डॉ राजेश राजौरा की नियुक्ति से पहले सामने आ जाएं। इस दौरान यदि दिल्ली से कोई आदेश नहीं आया और मध्य प्रदेश में किसी ने कोई गड़ा मुर्दा नहीं उखाड़ तो सितंबर में श्रीमती राणा के जाते ही डॉ राजेश राजौरा की पदस्थापना के आदेश जारी हो जाएंगे।