नई दिल्ली (ईन्यूज एमपी)- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से बुधवार को इस बात की जानकारी दी गई है कि अप्रैल में मैक्सिको में बर्ड फ्लू से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस बात का पता अभी तक नहीं चल पाया है कि यह वायरस कहां से आया था। WHO ने यह भी कहा है कि सामान्य आबादी के लिए बर्ड फ्लू के वायरस का ज्यादा खतरा नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह कहा है कि उस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच की गई, तो यह नेगेटिव आई। वायरस में हो रहे बदलाव को लेकर वैज्ञानिक भी काफी सतर्क हैं। उनका कहना है कि यह वायरस इंसानों में फैलने के लिए आसानी से अनुकूलित हो रहा है। ए (एच5एन2) वायरस संक्रमण का पहला मामला WHO के मुताबिक मैक्सिको राज्य के 59 साल के एक व्यक्ति को मैक्सिको सिटी के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उसे सांस लेने में तकलीफ, दस्त, मतली, बुखार और बेचैनी होने पर भर्ती कराया गया, जिसके बाद 24 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बयान में यह कहा, इस मामले में वायरस के संपर्क का स्त्रोत फिलहाल पता नहीं लग पाया है। लेकिन मैक्सिको में पोल्ट्री में ए(एच5एन2) वायरस के होने की सूचना मिली है। विश्व स्तर पर इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन2) वायरस के संक्रमण का यह पहला मामला है। मैक्सिको में भी एवियन एच5 वायरस का पहला मामला है। मैक्सिकन अधिकारियों ने वायरस की पुष्टि की वैज्ञानिकों के मुताबिक, पीड़ित व्यक्ति का पोल्ट्री या फिर किसी अन्य जानवर के संपर्क में आने का कोई इतिहास नहीं था, लेकिन इसके बावजूद उसे कई तरह की स्वास्थ्य समस्या हो रही थीं। वह कई हफ्तों से बेड रेस्ट पर था। मैक्सिको की हेल्थ मिनिस्ट्री ने भी यह कहा है कि इस व्यक्ति को टाइप-2 डायबिटीज और किडनी की समस्या थी। मैक्सिको सरकार ने मार्च महीने में देश के पश्चिमी मिचोआकेन राज्य के एक परिवार इकाई में ए (एच5एन2) के प्रकोप की जानकारी दी थी। अप्रैल में व्यक्ति की मौत के बाद मैक्सिकन अधिकारियों ने वायरस की पुष्टि की और इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन को सूचित किया।