बड़वानी(मध्यप्रदेश)। स्कूल भवन के समीप ही बड़े-बड़े पत्थरों का पहाड़, हर पत्थर पर पेंट किए गए हैं ककहरा व 1, 2, 3, 4...। यह नजारा है ठेट ग्रामीण अंचल के ग्राम कटोरा में माध्यमिक स्तर तक के स्कूल भवन का। देखने-सुनने में यह अजीब जरूर है, लेकिन यह प्रयोग अंचल के बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने व पढ़ने में उनकी रुचि पैदा करने के लिए स्कूल के 8 शिक्षकों ने मिलकर किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी मिले हैं। ग्राम कटोरा स्थित माध्यमिक-प्राथमिक स्कूल में अन्य स्कूलों की तरह की बच्चों की उपस्थिति कम रहने की समस्या थी। स्कूल के 8 शिक्षकों ने कुछ नया करने का सोचा, ताकि बच्चों को स्कूल व शिक्षा के प्रति आकर्षित किया जा सके। उन्होंने स्कूल परिसर में भवन के समीप बेकार पड़े पत्थरों पर विभिन्न् अक्षर व अंक पेंट करवा दिए। इस प्रयोग का असर भी देखने को मिला, वर्तमान में स्कूल में बच्चों की उपस्थिति 85 प्रतिशत से अधिक होने लगी है। 15 अगस्त से शुरू किया प्रयोग कटोरा ग्राम के माध्यमिक-प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक चेनसिंह बर्मन ने बताया कि यह प्रयोग इसी स्वतंत्रता दिवस से प्रारंभ किया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि स्कूल समय के बाद भी ग्राम के बच्चे खेल-खेल में अंकों-शब्दों को सीखे, वहीं पालक भी अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित हो सके। इस प्रयोग में मावि के शिक्षक फिरोज खान, अेलेक्स थॉमस, कविता सोलंकी व बदसिंह सहित प्रावि के शिक्षक संगीता जायसवाल, सखाराम नरगांवे व लालसिंह बड़ोले शामिल हुए। मोगली भी है इसी स्कूल का विद्यार्थी संभवत: कटोरा का यह स्कूल पूरे राज्य में एक मात्र ऐसा स्कूल है, जहां पर एक बच्चा मोगली स्टाइल में मात्र चड्डी पहनकर पढ़ने आता है। इसी के चलते गत दिनों यह स्कूल खासा चर्चित भी रहा। इस प्रयोग के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए शिक्षकों ने निर्णय लिया है कि शीघ्र ही सभी शिक्षक एक-एक दिन के वेतन की राशि एकत्रित कर स्कूल के पास स्थित पहाड़ी के पत्थरों पर पेड़, पौधों, जंगली जानवरों व पक्षियों आदि के फोटो भी पेंट करवाएंगे।