भोपाल. नाम के साथ जुड़ी बदनामी के कारण मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) को हिंदी नाम से छुटकारा पाकर अंग्रेजी नाम का सहारा लेना पड़ रहा है। मंडल के मुख्य गेेट पर लगे बोर्ड पर व्यावसायिक परीक्षा मंडल के स्थान पर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड लगा है। मंडल ने लोगो भी बदल दिया है। यह बदलाव तब किया गया है जब पूरे शहर में विश्व हिंदी सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर दुकानों से लेकर सड़कों तक के नाम हिंदी में लिखे जा रहे हैं। परीक्षाओं में गड़बड़ी और इससे जुड़े गवाहों की लगातार संदिग्ध परिस्थितयों मौतों से दुनिया भर में कुख्यात हुए व्यापमं को छवि में सुधार के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। अधिकारियों की माने तो पूरी परीक्षा प्रणाली को बदलने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के बावजूद अपने नाम के साथ जुड़ी बदनामी से पीछा छुड़ाना मंडल के लिए अभी भी मुसीबत बना हुआ है। शासन स्तर पर चले लंबे मंथन के बाद भी जब कोई रास्ता नहीं निकला तो मंडल ने अपना नाम हिंदी के बजाए इंग्लिश में लिखना शुरू कर दिया। प्री-मेडिकल टेस्ट बोर्ड था पहला नाम 1970 में व्यापमं के गठन के समय इसका नाम प्री-मेडिकल टेस्ट बोर्ड था। इसके बाद 1981 में इसका नाम प्री इंजीनियरिंग बोर्ड कर दिया गया। लेकिन इसके एक साल बाद ही 1982 में यह प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड हो गया। लेकिन यह प्रदेश सहित देश भर में अपने हिंदी नाम व्यावसायिक परीक्षा मंडल और इसके छोटे नाम व्यापमं से जाना जाने लगा।