इंदौर( ईन्यूज एमपी) -विधानसभा चुनाव के लिए परिवहन विभाग ने वाहनों को अधिगृहित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बार विधानसभा चुनाव में यात्री बसों को अधिगृहित नहीं किया जाएगा। जिले में बसों की आवश्यकता की पूर्ति स्कूल और कालेज बसों से की जाएगी। इसको लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी भी शुरू कर दी है। यात्री बसें अधिगृहित नहीं होने से चुनाव की तारीख को मतदाता भी एक शहर से दूसरे शहर आसानी से सफर कर सकेंगे। इंदौर जिले में विधानसभा चुनाव के लिए परिवहन विभाग ने वाहनों को अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिले में विधानसभा चुनाव के लिए 1159 वाहनों की आवश्यकता होगी। इसमें 707 बस, 412 कार, 20 ट्रक और 20 वैन शामिल हैं। इनकी सूची बनाकर परिवहन विभाग ने नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिले में मतदाताओं की सुविधा के लिए 2486 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों तक मतदान दलों को पहुंचाने के लिए बसों की आवश्यकता होगी। ताकि बसों में ईवीएम सहित दल के सभी सदस्य आसानी से पहुंच सके। यात्रियों को आवागमन में नहीं होगी बाधा मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव एक चरण में 17 नवंबर को होंगे। ऐसे में मतदान के लिए शहर से कई लोग अन्य शहर पहुंचेंगे। इन लोगों को आवागमन में परेशानी से बचाने के लिए परिवहन विभाग विभिन्न रूटों पर चल रही यात्री बसों को अधिग्रहित नहीं करेगा। बसों की आवश्यकता की पूर्ति स्कूल, कालेज और टूरिस्ट बसों से की जाएगी। स्कूल-कालेज संचालकों को दिए निर्देश परिवहन विभाग ने विगत दिनों रेसीडेंसी कोठी में स्कूल और कालेज संचालकों की बैठक लेकर बसों के अधिग्रहण की जानकारी दी थी। इसमें बसों में चालक की व्यवस्था के अलावा बसों को पहुंचाने की जानकारी दी गई थी। बसों को तीन दिन पहले स्टेडियम में भेजना होगा। बसों के सभी कागजात पूरे होने के साथ ही बसों में डीजल भरकर भेजना होगा। विधानसभा चुनाव के लिए इस बार रूट पर चलने वाली यात्री बसों की अपेक्षा स्कूल और कालेज बसों को लिया जा रहा है। बसों की पूर्ति स्कूल और कालेज से पूरी हो रही है। आमजन की सुविधा के लिए बसें बिना किसी बाधा के संचालित होती रहेंगी। - प्रदीप कुमार शर्मा, आरटीओ