भोपाल (ईन्यूज एमपी)-चुनाव से पहले कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई थी। मानदेय में वृद्धि के साथ ही उन्हें समय मान वेतनमान का लाभ देने का निर्णय लिया गया था। जिस पर अब सहमति बन गई है। कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ ही जल्द इसके आदेश जारी किए जाएंगे। आदेश जारी होने के साथ ही कर्मचारियों को मानदेय में वृद्धि का लाभ मिलने लगेगा। मध्य प्रदेश के पुलिस अधिकारियों को पांचवा समय मान वेतनमान उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही कोटवार और अतिथि विद्वानों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद इसके लिए विभागों द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिस पर कैबिनेट की बैठक में सहमति बनी है। दरअसल लंबे समय से पुलिस अधिकारी कर्मचारी पांचवें समय मान वेतनमान की राह देख रहे थे। समय मान वेतनमान का लाभ इससे पूर्व राजशासनिक सेवा राज्य पुलिस सेवा और वित्त सेवा के अधिकारियों को पांचवा समयमान वेतनमान दिया जा रहा था। पुलिस अधिकारी कर्मचारी की भी डिमांड थी कि उसे समय मान वेतनमान को कैबिनेट की मंजूरी दी जाए लेकिन लगातार इसमें समय लग रहा था। मध्य प्रदेश पुलिस के जिम्मेदार आला अफसर समय वहां वेतन में रुचि नहीं दिखा रहे थे। हालांकि इसके लिए फिर मुख्यालय द्वारा प्रस्ताव तैयार किए जाने के साथ उनके वेतन में बड़ी वृद्धि रिकॉर्ड की जाएगी। इसके साथ ही उनके वेतन में 14000 तक का इजाफा देखा जा सकता है। मानदेय में वृद्धि की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोटवारों के भी मानदेय में वृद्धि की घोषणा की गई थी। कोटवारों के मानदेय को 2 गुना किए जाने का ऐलान किए जाने के बाद ही इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिस पर कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल गई है। सीएम द्वारा कोटवार सम्मेलन के आयोजन में घोषणा करते हुए कहा गया था कि कोटवारों का मानदेय हर साल 500 रूपए बढ़ेगा। ऐसे कोटवार, जिनके पास सेवा भूमि नहीं है, उनके मानदेय 4000 से बढ़कर 8000 रूपए किए गए हैं जबकि तीन एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवार के मानदेय 1000 से बढ़कर 2000 रूपए किए गए हैं। वही 7.5 एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवारों को ₹1200 उपलब्ध कराए जाएंगे जबकि 10 एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवारों को ₹1000 मानदेय दिया जाएगा। इतना ही नहीं कोटवार परिवार की हर बहन को लाडली बहन योजना का लाभ मिलेगा। साथ ही रिटायरमेंट पर उन्हें 1 लाख रूपए भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई है। जल्द इसके आदेश जारी किए जाने के साथी कोटवार को इसका लाभ मिलेगा। अतिथि विद्वानों को 50000 तक वेतन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि विद्वानों के लिए बड़ी घोषणाएं की थी। शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए और नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश में शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा कई महत्वपूर्ण घोषणा की जा चुकी है। सभी शासकीय महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि विद्वानों के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महत्वपूर्ण फैसला लिया गया था। उन्हें कार्य दिवस की बजाय मासिक वेतन देने का ऐलान किया गया था। इतना ही नहीं अधिकतम उन्हें 50000 तक वेतन दिए जाने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। अपनी घोषणा में सीएम ने कहा था कि तकनीकी शिक्षा की अतिथि विद्वान देश में शामिल रहेंगे। अतिथि विद्वान को शासकीय सेवकों के समान अवकाश की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अतिथि प्रवक्ताओं के मानदेय 20 हजार रुपए किए जाएंगे। कैबिनेट में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के साथ ही अब एक अकादमी क्षेत्र में अपने महाविद्यालय के स्थान पर अतिथि विद्वानों को उनके आसपास के महाविद्यालय में स्थानांतरण की सुविधा दी जा सकती है। वही उनके मानदेय बढ़कर 50 हजार रुपए तक होंगे।