शाजापुर - जिले के अंतिम छोर पर बसा ग्राम निपानिया धाकड़ खुले में शौच से मुक्त होकर सबसे आगे हो गया है। इस ग्राम को गत दिवस शनिवार को समारोहपूर्वक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया। संपन्न हुए समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय (शुजालपुर) विधायक श्री जसवन्त सिंह हाड़ा उपस्थित थे। समारोह में कलेक्टर श्री राजीव शर्मा, जिला पंचायत सीईओ श्री सुदेश मालवीय विशेष रूप से उपस्थित थे। इस मौके पर जनपद पंचायत सीईओ श्री जितेन्द्र सिंह सेंगर, स्थानीय सरपंच श्रीमती अंजुबाई, उपसरपंच श्री केशरसिंह, जनपद पंचायत सदस्य श्री बालाराम, श्री अनुप सिंह, श्री खामसिंह, श्री मोतीसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्राम की महिलाए-पुरूष एवं वानर सेना के रूप में कार्य करने वाले गांव के बच्चे भी मौजूद थे। खुले में शौच (ओडीएफ) मुक्त हुए ग्राम में आयोजित हुए समारोह में सर्वप्रथम विधायक श्री हाड़ा की अगुवाई में गौरव यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में गांव बड़े बुजुर्ग, महिलाए, बच्चे, पुरूष तथा समारोह में शामिल होने आए कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य शासकीय अमला शामिल हुआ। गौरव यात्रा ग्राम के सभी मोहल्लो में गई और लोगों को शौचालय निर्माण करने के लिए बधाई दी। यात्रा में शामिल सभी जनों ने नारे भी लगाए। इसके उपरांत ग्राम के चौराहे पर समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक श्री हाड़ा ने कहा कि बड़ी प्रसन्नता की बात है कि शौचालय निर्माण के लिए सभी ग्रामीणजन एक हुए और उन्होंने लगभग असंभव को संभव कर दिखाया। उन्होने कहा कि शौचालय नही होने की सर्वाधिक पीड़ा घर की महिलाओं को भोगनी पड़ती है। इसलिए ग्राम की महिला सरपंच ने शौचालय निर्माण में विशेष रूचि लेकर कार्य किया जिसके लिए वे बधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि वृहद मात्रा में ग्रामीणों से शौचालय बनवा लेना कोई आसान काम नहीं है और ना ही यह किसी एक व्यक्ति के बस का काम है। इस काम के लिए सभी के सहयोग एवं आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है। उन्होंने सरपंच से अनुरोध किया कि ओडीएफ होने पर ग्राम को मिलने वाली राशि से ग्राम में स्वच्छता के लिए अधोसंरचानाओं के निर्माण का कार्य कराए। इस मौके पर उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में हुए विभिन्न विकास कार्यो से अवगत कराया। साथ ही उन्होंने ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के बारें में भी विस्तार से बताया। इस अवसर पर उपस्थित जनों को उन्होंने संकल्प दिलाया कि वे अपने घरों का कचरा नाली में नहीं फेकेंगे और ना ही अपने ग्राम में गंदगी होने देंगे। इस मौके पर उन्होंने ग्राम के विकास के लिए विधायक निधी से 3 लाख रूपए प्रदान करने की भी घोषणा की। समारोह को कलेक्टर श्री राजीव शर्मा ने भी संबोधित करते हुए ग्राम के ओडीएफ होने पर बधाई दी। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे निर्मित शौचालयों का उपयोग भी करे। ग्राम को स्वच्छ रखें। उन्होंने कहा कि गंदगी के कारण ही लोग बीमार पड़ते है और फिर अपने उपचार पर बड़ी धनराशि भी व्यय करते है। इससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान के साथ साथ शारीरिक कष्ट भी उठाना पड़ता है। इसलिए ग्रामीणजन अपने आस पास स्वच्छता रखें और गंदगी नहीं होने दे। इस मौक पर उन्होंने ग्राम के बच्चों की वानर सेना, ग्राम के प्रेरकों एवं अन्य सहयोगियों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने प्रातः 4 बजे से जागकर खुले में शौच जाने वालों को हतोत्साहित किया। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओं श्री सुदेश मालवीय ने अपने संबोधन में कहा कि ग्राम में पहले से कुल 81 शौचालय ही निर्मित थे। ग्राम पंचायत द्वारा सर्वे करने पर तय हुआ कि ग्राम में और 175 शौचालय निर्माण की आवश्यकता है। ग्राम पंचायत द्वारा बैठक कर तय किया गया कि उनके ग्राम को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए वे सभी प्रकार की मदद करेंगे। इस प्रकार ग्राम के जनप्रतिनिधियों की सहमति के बाद ग्राम को खुले में शौच से मुक्त करने की कार्यवाही प्रारंभ की गई। अब ग्राम में कुल 256 शौचालयों का निर्माण हो गया है। स्वच्छता की मशाल खड़ी-सखेड़ी को सौपी ग्राम निपानिया धाकड़ द्वारा ली गई स्वच्छता की मशाल ग्राम को खुले में शौच से मुक्त बनाने के बाद अब यह मशाल खड़ी-सखेड़ी को सौपी गई है। अब खड़ी-सखेड़ी के लोग भी अपने घरों में शौचालयों का निर्माण कर खुले में शौच से मुक्त होंगे। प्रेरकों का सम्मान ग्राम निपानिया धाकड़ को खुले में शौच से मुक्त कराने में सराहनीय भूमिका निभाने वाले प्रेरक अरविन्द धाकड़, मुकेश धाकड़ एवं रमेश धाकड़ को समारोह में सम्मानित किया गया और उन्हे 2-2 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई। इस मौके पर बाल गोपाल की वानर सेना को भी सम्मानित किया गया तथा बालक-बालिकाओं के लिए खेल सामग्री प्रदान की गई।