सीधी - कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने आज समय-सीमा के पत्रों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि खुले में शौचमुक्त अभियान से सभी जिलाधिकारी व्यक्तिगत रूप से जुड़ें और प्रतिदिन सुबह 4 बजे आवंटित ग्राम पंचायत में जाकर ग्रामीणों को समझाईस दें कि वे अपने-अपने घरों में शौचालयों का निर्माण कराएं और उसका उपयोग भी करें। किसी भी हालत में बाहर शौच के लिए न जाय। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी जिस ग्राम का भ्रमण करें वहॉ का फोटो भी अनिवार्य रूप से भेजें। बैठक में अपर कलेक्टर डॉ.एम.पी.पटेल, सहायक कलेक्टर श्रीमती भव्या मित्तल, एस.डी.एम.शैलेन्द्र सिंह सहित जिलाधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कहा कि जिलाधिकारी आवंटित ग्रामों में जाकर निगरानी समिति के सदस्यों के साथ बस्तियों का भ्रमण करें और शौच के लिए बाहर जाने वाले ग्रामीणों को समझाइस दें कि वे अनिवार्य रूप से शौचालय का निर्माण कराएं। कलेक्टर ने कहा कि समस्त ग्रामीणों के घरों में अनिवार्य रूप से 30 अप्रैल तक शौचालय का निर्माण करा लिया जाय। उल्लेखनीय है कि सीधी जिले को 90 दिवस के अंदर खुले में शौचमुक्त घोषित करना है। इसमें समस्त जिलाधिकारियों की सशक्त भागीदारी अनिवार्य है। कलेक्टर ने कहा कि जो अधिकारी आवंटित ग्रामों का भ्रमण नहीं करेगा उसकी वेतन काटी जाएगी। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिलाधिकारी अपने अधीनस्थ मैदानी कर्मचारियों को भी निर्देश दें कि वे अपने घरो में अनिवार्य रूप से न केवल शौचालयों का निर्माण कराएं बल्कि उसका उपयोग भी करें। उन्होंने कहा कि उप संचालक कृषि महेन्द्र सिंह चन्द्रावत अपने अधीनस्थ वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं अन्य कर्मचारियों को अपने घरों में शौचालय निर्माण कराने के साथ ही कृषक मित्रों की बैठक लेकर उन्हें घरों में शौचालय निर्माण कराने के लिए प्रेरित किया जाय। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम के साथ ही आशाओं की बैठक बुलाएं और उन्हें शौचालय निर्माण कराने के लिए प्रेरित करें। महिला बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की बैठक बुलाकर उन्हें घरों में शौचालय बनाने के निर्देश दें। जिला शिक्षा अधिकारी संकुलों की बैठक बुलाएं और प्रौढ शिक्षा अधिकारी प्रेरकों की बैठक बुलाएं, उन्हें शौचालय बनाने के निर्देश दें। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन और पीजीआर में प्राप्त शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए।