रायपुर ( ईन्यूज एमपी) गैर हड्डी के जलीय जीव सीप की सप्लाई इन दिनों होटलों से लेकर अत्यधिक बिदेशों तक इसकी सप्लाई इन दिनों छ्त्तीसगढ़ से बेरोकटोक जारी है । जून और जुलाई माह में मानसून की प्रथम बारिश के बाद बस्तर संभाग में सरई के पेड़ के नीचे निकलने वाले बोड़ो की अधिक मांग होती है। वहीं पानी में रहने वाला यूनियो जिसे स्थानीय भाषा में सुती तथा सीप भी कहते हैं बड़ी मात्रा में पाए जा रहे हैं। इसमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है तथा शैल का कास्मेटिक उपयोग भी होता है। बहुत से बेरोजगार लोग इसे पकड़ बाजार में 500 रुपए किलो तक बेच रहे है , ग्रामीणों के साथ आयुर्वेद चिकित्सकों ने बताया कि सीप की मांस में सबसे अधिक प्रोटीन होती है । सीप की मांस खाने से शारीरिक ताकत आती है । बस्तर में सीप की अधिक मांग हैं। वहीं इसमें हड्डी भी नहीं होती इस स्वादिष्ट मांस की विदेशों में अधिक मांग है । बड़े बड़े शहरों में होटलों में सीप की मांस का डिमांड होता है। जलीय जीव सीप बड़े जलाशयों में मिलती है। इन दिनों दुधावा बांध से पानी छोड़ा जा रहा है तो सीप पकड़ने के लिए लोगों की भीड़ लग रही है। सैकड़ों की संख्या में जलाशय के किनारे सीप पकड़ने के लिए लोग पहुंच रहे हैं।