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पंद्रह अगस्त तक 30 फीसदी आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य : हिमंत

असम, (गुवाहाटी)। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि अगर टीके उपलब्ध रहते हैं तो उनकी सरकार का 15 अगस्त तक राज्य की 3.2 करोड़ आबादी में से 30 प्रतिशत को टीका लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि राज्य में 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके की केवल 20 से 25 हजार खुराकें उपलब्ध हैं। आज गुवाहाटी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जीएमसीएच) का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमने टीका उत्पादन करने वाली दो कंपनियों से बातचीत की है। उन लोगों ने 18-44 आयु वर्ग के लिए जून माह में सात लाख खुराकों की आपूर्ति का वादा किया है लेकिन उन्होंने कोई तारीख नहीं बताई है। यही कारण होगा कि इस आयु वर्ग में लोगों के टीकाकरण की गति अगले महीने के पहले हफ्ते तक धीमी रहेगी। उन्होंने कहा कि टीके की खेप पांच से छह जून के बीच यहां पहुंचने की संभावना है। यह संख्या मई में मिले कुल टीकों से 30 फीसदी अधिक होगी। उन्होंने कहा राज्य का लक्ष्य 15 अगस्त तक अपनी 30 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण करना हे बशर्ते जरूरी खुराकें उपलब्ध हों। राज्य में टीकाकरण अभियान जून में मई की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक और जुलाई में 50 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा। उनका यह भी कहना था कि अगस्त से अतिरिक्त मात्रा में खुराक उपलब्ध होगी जो अभियान को और अधिक गति देगा। उन्होंने यह भी कहा कि जून के दूसरे सप्ताह तक जीएमसीएच में 200 आईसीयू बेड कोरोना रोगियों के लिए चालू हो जाएंगे। इससे पहले पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ने सरुसजाई स्टेडियम में कोरोना मरीजों के लिए 300 आईसीयू बेड स्थापित करने की भी घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि 500 आईसीयू बिस्तरों को पूरा करने के लिए अधिक डॉक्टरों और चिकित्सा पेशेवरों की आवश्यकता होगी। इस संबंध में जीएमसीएच के प्राचार्य व अन्य संकायों के साथ बैठक कर उनके अनुसार निर्णय लेने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 7 जून तक राज्य में विशेष रूप से गुवाहाटी में कोरोना की स्थिति बेहतर हो जानी चाहिए। राज्य में ऑक्सीजन एक्सप्रेस सप्ताह में दो बार ऑक्सीजन कंटेनर लाएगी। कोरोना रोगियों के लिए डीआरडीओ की 2जी दवा चालू हो गई है और इसे 13 रोगियों पर आजमाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए बारिसिटिनिब का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। विशेष रूप से कोरोना के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा बारिसिटिनिब की 700,000 खुराक फिलहाल देश में उपलब्ध है। इसका मुख्य उद्देश्य कोविड मरीजों को अस्पताल में रखने की अवधि को कम करना है। उन्होंने टीकाकरण अभियान को सही मायने में जनांदोलन बनाने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में तहे दिल से योगदान देने के लिए लोगों और संगठनों को धन्यवाद भी दिया।मुख्यमंत्री ने जीएमसीएच में कोरोना का इलाज करा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा और विधायक प्रदीप हजारिका के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में भी चिकित्सकों से जानकारी हासिल की। इस अवसर पर जीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. अच्युत वैश्य, अधीक्षक जीएमसीएच डॉ. अभिजीत शर्मा व अन्य वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे।

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