बुरहानपुर - जिले में आदिवासी बाहुल्य एवं सूखाग्रस्त क्षेत्र में माईक्रो एरिगेशन को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाये। यह निर्देश कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरीन सिंथिया ने कलेक्ट्रेट सभागृह में आयोजित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होनें कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि जल उपयोग क्षमता बढ़ाने हेतु माईक्रो एरिगेशन का इस्तेमाल दोनों विकासखण्ड के सूखे क्षेत्र में अधिक से अधिक करावाया जाये। साथ ही सभी अधिकारी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जिले की डीपीआई कार्ययोजना तैयार कर आगामी 12 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। बैठक में जनपद पंचायत बुरहानपुर सीईओ श्री राकेश शर्मा, खकनार सीईओ श्री आर.बी.एस.दण्डोतिया, आत्मा परियोजना संचालक श्री राजेश चतुर्वेदी, कृषि उपसंचालक श्री एम.एस.देवके, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यपालन यंत्री श्री संजय सोलंकी, उद्यानिकी उपसंचालक सुश्री शानू मेश्राम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने प्रत्येक खेत को पानी उपलब्ध कराने के लिये लघु, मध्यम एवं दीर्घ सिंचाई कार्ययोजना आगामी 5 वर्ष के लिये तैयार करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिये। वहीं दोनो जनपद पंचायत सीईओ को प्रत्येक ग्राम की सिंचाई योजना बनाने निर्देशित किया। कृषि उपसंचालक श्री एम.एस.देवके ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की जानकारी देते हुए बताया कि योजना का उद्देश्य वर्षा के अभाव में किसानों को विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसे दृष्टिगत रखते हुए प्रधानमंत्री कृषि योजना प्रारंभ की गई है। योजना का उद्देश्य जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर सिंचाई योजना तैयार कर खेतों तक जल पहुंचाना, कृषि योग्य भूमि का विस्तार करना, सुनिश्चित सिंचाई का प्रबंधन और सतत् जल संरक्षण प्रणाली प्रचलनों के साथ-साथ भूमि जल सृजन, पानी के बहाव को रोककर उपयोग में लाना तथा उपलब्धि के अनुसार फसलों का चयन एवं आधुनिक सिंचाई प्रणाली ड्रिप स्प्रींकलर कार्यक्रम लागू करना है।