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उत्तराखंड में आई तबाही में UP के 5 जिलों के 70 मजदूर लापता, परिजन ने.....

उत्तराखंड(ईन्यूज़ एमपी )तपोवन में आई तबाही के बाद से ही जल विद्युत परियोजना में मजदूरी करने गए यूपी के श्रावस्ती और लखीमपुर खीरी समेत पांच जिलों के 70 मजदूरों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। बड़ी संख्या में लोगों के लापता होने की जानकारी धीरे-धीरे सामने आ रही है। लापता लोगों के परिजन ने प्रशासन से उन्हें खोजने की गुहार लगाई है।
श्रावस्ती जिले के सिरसिया थाना क्षेत्र का रनियापुर गांव के अधिकांश लोग दूसरे राज्यों में मजदूरी करते हैं। यहां के रनियापुर गांव के आठ लोग छोटू, वेद प्रकाश, हरिलाल, अजय, प्रभुनाथ, हीरालाल, राजू और राजेश कुछ दिन पहले ही मजदूरी करने उत्तराखंड गए थे। लेकिन, रविवार को जोशी मठ के आगे ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में पांच लोग लापता हो गए। वहां ये सभी मजदूर कंपनी द्वारा बनाए गए क्वार्टर में रहते थे। रविवार सुबह जब जोशी मठ के आगे ग्लेशियर टूटने से सैलाब आया तो छोटू, वेद प्रकाश, हरिलाल, अजय और प्रभुनाथ कुल 5 लोग लापता हो गए।फिलहाल इन पांचों लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। इन पांचों लोगों के सुरक्षित बचे साथी राजू, हीरालाल और राजेश ने देर शाम को अपने गांव रनियापुर में फोन से परिजन को घटना की सूचना दी है। इसके बाद पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है।

उत्तराखंड के जोशी मठ में आई भीषण तबाही के समय वहां स्थित तपोवन में पावर प्रोजेक्ट पर काम कर रहे निघासन तहसील क्षेत्र के गांव बाबू पुरवा, गांव भेरमपुर, गांव मांझा व गांव कड़िया के लगभग 50 युवक अभी तक लापता हैं। इनकी सूचना मिलने पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ हैं सभी का रो रोकर बुरा हाल है।निघासन तहसील क्षेत्र के इंडो नेपाल बार्डर पर स्थित गांव बाबूपुरवा, भेरमपुर, मांझा व गांव कड़िया हैं। बाबूपुरवा गांव के पांच युवक हीरालाल, सूरज, अर्जुन, विमलेश, धर्मेंद्र, अरुण, अभी तक लापता हैं। जिनकी कोई सूचना नहीं मिल पाई हैं। 40 से 50 युवक भेरमपुर व मांझा गांव के भी हैं। जिनसे परिजनों का संपर्क नही हो पा रहा है।
इन सभी के साथ एक युवक विमल भी गया था जिनके द्वारा परिजनों को सूचना मिली कि सभी साथी पानी के तेज बहाव में डूबकर लापता हो गए हैं। यह सूचना मिलते ही गांव मे अफरा तफरी मच गई । पूरे गांव में मातम छाया हुआ हैं।
गोरखपुर के रहने वाले पांच मजदूर उत्‍तराखंड त्रासदी में लापता हो गए हैं। गोरखपुर के ग्राम गौराखास पोस्ट जगतबेला के 36 वर्षीय धनुषधारी सिंह पुत्र रामललित, गोरखपुर के गौराखास जगतबेला के 22 वर्षीय वेद प्रकाश पुत्र राजेन्द्र सिंह और गोरखपुर के सहजनवां के डोहरिया बाजार के बुढियाबारी के रहने वाले 22 वर्षीय नागेन्द्र सिंह पुत्र प्रेम इस आपदा के बाद से लापता हैं।

गोरखपुर में आपदा पोर्टल पर गोरखपुर के सहजनवां के रहने वाले शेषनाथ उपाध्याय और सहजनवां के ही वेद प्रकाश सिंह के भी लापता होने की जानकारी आई है। लापता धनुषधारी सिंह, वेद प्रकाश और नागेन्‍द्र आपस में रिश्‍तेदार हैं। वो जोशीमठ तपोवन में एनटीपीसी में एक फर्म के माध्‍यम से मजदूरी का काम करते रहे हैं। दो अन्‍य लापता टनल में काम करते रहे हैं।
अमरोहा के पांच लोग भी आपदा में प्रभावित हैं। रोहित (28 वर्ष) पुत्र महेंद्र, महीपाल (35) पुत्र जयपाल सिंह, कवेंद्र सिंह (25) पुत्र जयपाल सिंह, थान सिंह (45) पुत्र राम स्वरूप और सनी दत्त (24) पुत्र ज्ञान प्रकाश का पता नहीं चल पा रहा है। यह लोग अमरोहा के ग्राम सौंथ, थाना सैद नंगली, तहसील हसनपुर के हैं।

मेरठ के भी पांच लोग लापता हैं। चार कसेरूखेड़ा और एक परतापुर के हैं। यह सभी लोग तपोवन से 18 किमी उपर सरायसोटा में जियो टावर लगाने का कार्य कर रहे थे। यह सभी कर्मचारी जियो के टावर पर इलेक्ट्रिकल वर्क देखते हैं। कसेरूखेड़ा के लापता इलेक्ट्रिकल कर्मचारियों में रोहित प्रजापति (22) पुत्र जगबीर, प्रदीप (24) पुत्र लक्ष्मण, बालकराम (25) पुत्र शेर सिंह व सुभाष (41) शामिल हैं।

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