नई दिल्ली(ईन्यूज़ एमपी)।कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 61वां दिन है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर पहली बार किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे, क्योंकि लंबी तनातनी के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों को परेड की परमिशन दे दी। किसान आज अपना रूट तय करेंगे। उधर, महाराष्ट्र के 21 जिलों के किसान आज मुंबई के आजाद मैदान में रैली निकालेंगे। वे कृषि कानूनों के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन देंगे। NCP अध्यक्ष शरद पवार, महाराष्ट्र के रेवेन्यू मिनिस्टर बालासाहेब थोराट और टूरिज्म मिनिस्टर आदित्य ठाकरे भी रैली में शामिल होंगे। महाराष्ट्र में भी कृषि कानूनों का विरोध, 180 किमी चलकर मुंबई पहुंचे 21 जिलों के किसान देशभर के किसान दिल्ली पहुंच रहे। 26 जनवरी को दिल्ली में निकाली जाने वाली ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए देश भर से किसान दल दिल्ली पहुंच रहे हैं। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा को सिंघु और टीकरी से करीब 64 किलोमीटर और गाजीपुर बॉर्डर से 46 किलोमीटर की परेड निकालने की परमिशन दी गई है। किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा, 'हमें लगता है कि ट्रैक्टर रैली की इजाजत जिस तरह दी गई है, वह सही नहीं है। हम ओल्ड रिंग रोड पर रैली निकालना चाहते हैं, लेकिन हमें शर्तों के साथ जिन इलाकों से गुजरने की परमिशन मिली है, उनका ज्यादातर हिस्सा हरियाणा में आता है। हम पुलिस से बात कर तय करेंगे कि फाइनली किस रूट से रैली निकालेंगे।' पुलिस ने बताया कि पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे 308 सोशल मीडिया अकाउंट ट्रेस किए गए हैं, जिनका इरादा किसान रैली में गड़बड़ी फैलाना है। ट्रैक्टर परेड गणतंत्र दिवस कार्यक्रम खत्म होने के बाद शुरू होगी। इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय त्योहार है। प्रदर्शन के लिए 365 दिन हैं, ताकत किसी भी दिन दिखा सकते हैं। किसान यूनियनों ने दावा किया है कि दिल्ली में किसान परेड में करीब 2 लाख ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और UP समेत दूसरे राज्यों से भी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। पंजाब के कई शहरों में परेड की रिहर्सल की गई है। किसान संगठन एक ट्रैक्टर पर 5 लोगों को ही बैठने की इजाजत देंगे।