बड़वानी - शासकीय कर्मी अपना पूर्ण योगदान जनकल्याणकारी योजनाओ में देते है। उनका यह उत्साह हमेशा बना रहे इसके लिए जरूरी है कि उनकी वाजिब समस्याओ का निराकरण तथा विधि सम्मत मांगो की पूर्ति समय पर होती रहे। जिले के समस्त जिला अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि उनके विभाग में 15 मई तक कर्मियो के पदोन्नति, क्रमोन्नति, समयमान, वेतनमान, प्रवर श्रेणी का निराकरण हो जाये। ऐसा नही होने पर दोषी जिला अधिकारी पर शासन के नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री अजयसिंह गंगवार ने संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक में उक्त निर्देश दिये। इस बैठक में समस्त विभागो के जिला अधिकारी, विभिन्न कर्मचारी संगठनो के पदाधिकारी उपस्थित थे। समस्त जिला अधिकारी अपने विभाग के कर्मियो की सेवा पुस्तिकाओ का सत्यापन अनिवार्य रूप से कोष एवं लेखा से करवायेंगे। जिला अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि कर्मियो की सेवा पुस्तिकाओ में अर्जित अवकाश की प्रविष्टियां अनिवार्य रूप से दर्ज हो रही हैं जिससे कर्मियो को क्लेम के भुगतान में विलम्ब न होने पाये। किसी भी स्थिति में कर्मियो-शिक्षको का संलग्नीकरण न किया जाये। शिकायत प्राप्त होने पर यदि वह सही पाई जाती है तो दोषी अधिकारी पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। कर्मियो की डुप्लीकेट सेवा पुस्तिका को भी हमेशा अद्यतन स्थिति में रखा जाये, व मांगने पर इसे कर्मियो को उपलब्ध कराया जाये। कर्मियो की गोपनीय चरित्रावली समय सीमा में लिखी जाये। जिससे उनका नियमितीकरण, पदोन्नति के प्रकरण लंबित न रहे। सभी जिला कार्यालय प्रमुख अपने कर्मियो की पदक्रम सूची नियमित रूप से जारी करेंगे। कर्मियो के परिवारो के अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणो का निराकरण त्वरित व मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए किया जाये। दैनिक वेतन भोगियो एवं अध्यापक संविदा शिक्षको को शासन के निर्देशानुसार लाभ मिल रहा है, यह सुनिश्चित किया जाये। संघो के पदाधिकारियो ने रखी थी यह समस्या आदिवासी विकास विभाग में स्वीकृत पद संख्या से अधिक कर्मियो को संलग्न कर रखा गया है। छात्रावास-आश्रमो में बिना किसी प्रक्रिया के मनमाने तरीके से अंशकालीन दर पर कर्मियो को रखा जा रहा है। कर्मियो द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी देने में अधिकारी आनाकानी करते है। कर्मियो हेतु जिला स्तर पर प्रस्तावित कालोनी को शीघ्र ही मूहूर्त रूप दिलवाया जाये।