उज्जैन, महाकाल मंदिर में नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर दर्शन के दौरान हंगामा हो गया। बुधवार रात 10 बजे गेट नं. 4 (एग्जिट गेट) से कुछ लोगों के साथ प्रवेश करने से रोके जाने से अफसर (अपर कलेक्टर) नरेंद्र सूर्यवंशी इस कदर झल्लाए कि उन्होंने एडीएम की मौजूदगी में एक सिपाही को सरेआम चांटा मार दिया। यही नहीं, अफसर ने सिपाही का कॉलर भी पकड़ लिया। इसी बीच, खींचतान में सिपाही की वर्दी के बटन टूट गए। सूर्यवंशी के इस व्यवहार से सिपाही बेहद गुस्से में आ गया और उसने भी अफसर की पिटाई कर दी और जम कर गालियां दी। सिपाही के आक्रामक रवैये को देखकर अफसर भी सहम गया। मौके पर मौजूद अन्य अफसरों के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ। क्या था मामला? बुधवार की रात 10 बजे गेट नंबर चार पर महाकाल थाने के टीआई (थानेदार) मनोज दुबे आधा दर्जन सिपाहियों के साथ ड्यूटी पर तैनात थे। उसी समय अपर कलेक्टर सूर्यवंशी कुछ लोगों के साथ आए और एग्जिट गेट से अंदर जाने लगे। इस पर टीआई ने उन्हें रोक दिया। रोकते ही टीआई पर अपर कलेक्टर बरस पड़े। वहीं, ड्यूटी पर तैनात सिपाही भंवर लाल ने पूछा कि आप कौन हैं? तब सूर्यवंशी ने बताया कि वह अपर कलेक्टर हैं। इतना सुनते ही टीआई और पुलिसवालों ने हाथ जोड़ लिए और कहा कि सर आपको पहचान नहीं पाया। उसके बाद सूर्यवंशी अपने साथ के लोगों को लेकर अंदर चले गए। एडीएम को लेकर लौटे और सिपाही का कॉलर पकड़ लिया करीब 10 मिनट बाद सूर्यवंशी एडीएम अवधेश शर्मा को लेकर आ गए। उन्होंने भंवर लाल की ओर इशारा किया और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए उसका कॉलर पकड़ लिया। जब तक एडीएम शर्मा और पुलिसवाले कुछ समझ पाते तब तक सूर्यवंशी ने भंवर लाल को थप्पड़ जड़ दिया। दूसरा चांटा मारने के लिए एसडीएम ने हाथ उठाया तो भंवर लाल ने हाथ पकड़ लिया। चश्मदीदों के मुताबिक टीआई और भंवर लाल ने हाथ जोड़कर कहा कि साहब आपको पहचान नहीं पाया। लेकिन सूर्यवंशी तब भी नहीं माने। इसके बाद सिपाही और सूर्यवंशी में खींचतान शुरू हो गई। एडीएम शर्मा अपर कलेक्टर सूर्यवंशी को खींचकर दूर ले गए। मारपीट की खबर लगते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। करीब आधे घंटे तक अफरा-तफरी मची रही। अधिकारियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया। अफसर की सफाई नरेंद्र सूर्यवंशी ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा, 'कलेक्टर के गेस्ट को लेकर जा रहे थे। गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने पहचाना नहीं। बताने के बाद भी पुलिस ने बदतमीजी की।' ...उधर पब्लिक को आया गुस्सा उज्जैन में जहां सिपाही और अफसर में गरमागरमी हो गई, वहीं मध्य प्रदेश के ही मुरैना में पब्लिक को मेयर पर गुस्सा आ गया। गंदगी से गुस्साए आम लोगों ने मेयर पर गुस्सा उतारा और उन्हें कीचड़ भरी सड़क पर नगर निगम के पहले मेयर को चलने पर मजबूर कर दिया