रीवा(ईन्यूज एमपी)- गुमशुदगी दर्ज कर अनिल साकेत की तलाश करने वाली नईगढ़ी पुलिस उस समय आश्चर्यचकित हो गई जब उन्हें पता चला कि केंद्रीय गृह विभाग ने अनिल के मूल दस्तावेज मांगे हैं। गृह विभाग से जारी पत्र के मुताबिक अनिल (24) पिता बुद्धसेन साकेत निवासी सदहना थाना नईगढ़ी जिला रीवा (मप्र) पड़ोसी देश पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद है। हालांकि उसे लाए जाने की तैयारी तेज कर दी गई हैं। बता दें कि हाल में ही पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान के विभिन्न् जेलों में बंद भारतीय कैदियों की सूची विदेश मंत्रालय के जरिए पाकिस्तान के राजदूत ने भारतीय राजदूत को सौंपी थी। जिसमें पहली बार अनिल का नाम सामने आया था। इसकी जानकारी रीवा पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने दी है। उन्होंने बताया कि उन्हें केंद्रीय गृह विभाग से जारी पत्र मिला है, जिसमें अनिल साकेत के आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, अंकसूची, निवास प्रमाण पत्र मंगाए गए हैं। दस्तावेज की जानकारी गृह विभाग केंद्र सरकार को भेज दी है। कौन है अनिल साकेत रीवा से 50 किलोमीटर दूर सदहना निवासी अनिल 15 जनवरी 2015 को लापता हो गया था। गुमशुदगी रिपोर्ट के डेढ़ साल बाद भी अनिल का कोई सुराग नहीं लगा। इससे पिता की मानसिक स्थिति भी खराब हो गई। अनिल की पत्नी सीमा ने भी उसे खोजने की काफी कोशिश की। सीमा अपने पति का इंतजार 3 वर्षों तक करती रही। जब पता नहीं चला तो उसने गांव के ही दूसरे युवक से विवाह कर लिया। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के पत्र के बाद हरकत में आई पुलिस जब दस्तावेज लेने अनिल के घर पहुंची तो घर के सभी सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। अनिल की मां सविता को यह विश्वास हो गया कि आज नहीं तो कल सरकार उनके बेटे को वापस घर ले आएगी। रीवा एसपी आबिद खान ने बताया है कि गृह विभाग से पत्र मिला था उसकी जानकारी गृह विभाग को भेज दी है। आगे की कार्रवाई केंद्रीय गृह विभाग करेगा। अनिल पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद है। वहां कैसे पहुंचा यह उसके आने के बाद ही पता चल सकेगा।