सतना(ईन्यूज एमपी)-अल्ट्राटेक बेला सीमेंट प्लांट जिसमे काम कर रहे युवक शैलेन्द्र द्विवेदी पिता केसरी प्रसाद द्विवेदी उम्र 32 वर्ष निवासी गाँव पतेरी गढवा सगौनी जिसकी मौत हो गई हैं। परिजन प्रबंधक के तानाशाही पूर्ण रवैया को लेकर परिजनों ने आरोप लगाया है कि इस सीमेंट फैक्ट्री में किसी भी व्यक्ति की ड्यूटी के लिए कोई समय सीमा नहीं निर्धारित की गई है,जब मन चाहो तब ड्यूटी पर बुला लिया जाता है,और ञलगातार 16 से 17 घंटे ड्यूटी कराई जाती है,ना तो लंच दिया जाता और ना ही कुछ और तो और लंच में भी काम कराया जाता है कंपनी का लंच समय 1 से 2 बजे के बीच में रहता है,लेकिन उसी बीच साइड इंचार्ज रमेश सिंह तथा एचओडी पी मंगलेश दबाव डालकर काम में लगाए रखा जिस दौरान उसकी युवक की मृत्यु हो गई तथा जेपी के पुराने कर्मचारियों के साथ अल्ट्राट्रेक के कर्मचारी सौतेला व्यवहार करते हैं, और कहते हैं किया जेपी नहीं है अल्ट्रा ट्रैक है इस तरह की धमकियां देते रहते हैं, तथा परिजन मुआवजा राशि की मांग को लेकर अड़े रहे जिसको लेकर रात्रि 9:00 बजे तक कोई समझौता नहीं हुआ परिजन 1करोड़ रुपए तथा पत्नी को पेंशन स्वरूप 20 हजार रुपये और दोनों बालिकाओं को शिक्षा उपलब्ध कराने की मांग पर अड़े रहे,लेकिन कंपनी प्रबंधक 30लाख रुपये और 15 हजार रुपये पेंशन तथा बालिकाओं को शिक्षा उपलब्ध कराने की बात कही उसके बावजूद भी परिजन समझौते के लिए तैयार नहीं। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक लोग अपनी अपनी रोटी सेकने में लगे रहे लेकिन परिजनों के सामने किसी की भी ना चल सकी अब देखना होगा कि आगे क्या होता है,कंपनी प्रबंधक क्या निर्णय लेता है। किसी के घर में मातम छाया हुआ है तो कोई खुशियां मना रहा है बेला सीमेंट प्लांट में दो गुटों में यूनियन तैयार है,एक भारतीय मजदूर संघ तो दूसरी सीटू और दोनों गुटों की यूनियन अपनी अपनी तरफ खींच तान में लगे रहे और तीसरे के रूप में राजनीतिक लोग भी हस्तक्षेप करते रहे लेकिन किसी की भी दाल नहीं गली और परिजन अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। तथा परिजनों का कहना है कि इस तरह के तानाशाही पूर्ण रवैया के कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की गई।