रीवा(ईन्यूज एमपी)-प्रदेश के गृह, जेल तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री बाला बच्चन ने पुलिस कंट्रोल रूम रीवा में आयोजित बैठक में कहा कि पुलिस अधिकारी संवेदनशीलता से कार्यवाही करें। पुलिस के कार्यों से आम जनता के मन में सुरक्षा की भावना तथा विश्वास पैदा हो और अपराधियों के मन में भय पैदा हो। महिलाओं तथा अनुसूचित जाति जनजाति के प्रति होने वाले अपराधों पर तत्परता से कार्यवाही करें। अपराधियों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए। पुलिस विभाग के लिए सात हजार करोड़ रूपये का बजट बनाया गया है। पुलिस कर्मियों के लिए इस वर्ष पांच हजार आवास बनाये जायेंगे। पुलिस विभाग में संसाधनों की कमी नहीं रहेगी। रीवा जोन में पुलिस व्यवस्था को बेहतर करने के लिए तथा विभाग की समस्याओं के निदान के लिए हर संभव प्रयास होगा। बैठक में रीवा जोन के आईजी चंचल शेखर ने संभाग के सभी जिलों की विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में डीआईजी अविनाश शर्मा, पुलिस अधीक्षक रीवा आबिद खान, पुलिस अधीक्षक सतना रियाज इकबाल, पुलिस अधीक्षक सीधी आरएस बेलवंशी, पुलिस अधीक्षक सिंगरौली अभिजीत रंजन तथा अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। गृह मंत्री श्री बच्चन ने कहा कि पुलिस अधिकारी तथा पुलिसकर्मी कड़ा परिश्रम कर रहे हैं। आम जनता के साथ सतत संवाद तथा समन्वय न होने के कारण विभाग की छवि सकारात्मक नहीं बन पा रही है। आम जनता से सतत संवाद रखें। उनकी कठिनाईयों को दूर करने का प्रयास करें। पूरे संभाग में गांजा, नशीले सिरप तथा अन्य मादक पदार्थों की अवैध बिक्री रोकने के लिए कठोर कार्यवाही करें। साथ ही आम जनता को विशेषकर युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलायें। पुलिस विभाग को आधुनिक बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। साइबर सेल को मजबूत किया जायेगा। विभाग की गतिविधियों को अधिक कारगर बनाने के लिए भवन, वाहन तथा रिक्त पदों की पूर्ति के प्रयास करेंगे। रीवा आईजी ऑफिस तथा अन्य जिलों के एसपी ऑफिस एवं थाना भवनों के निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तुत करें। इन्हें शीघ्र मंजूरी दी जायेगी। गृहमंत्री ने कहा कि अपराधों को रोकने के लिए पुलिस गश्त बढ़ायें। वरिष्ठ अधिकारी भी रात में गश्त करें तथा गश्ती में तैनात पुलिसकर्मियों की निगरानी करें। आदतन अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही करें। मैहर तथा चित्रकूट में लगने वाले मेलों में सुरक्षा के उचित प्रबंध रखें। रीवा तथा सतना जिले के कुछ क्षेत्रों में डकैतों की गतिविधियां होती रहती हैं। डकैतों को समाप्त करने के लिए लगातार प्रयास करें। साइबर अपराधों को सुलझाने के लिए विशेष प्रयास करें। कनिष्ठ पुलिस अधिकारियों तथा पुलिसकर्मियों को उचित प्रशिक्षण दें। गृहमंत्री ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करें। डायल 100 सेवा को विस्तार दिया जायेगा। थानों तथा चौकियों में आवश्यक वाहन उपलब्ध कराये जायेंगे। अवैध उत्खनन तथा वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भी प्रयास करें। बैठक में आईजी श्री शेखर ने बताया कि संभाग में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है। किसी भी क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव तथा औद्योगिक तनाव नहीं है। रीवा तथा सतना जिलों में संभाग के अन्य जिलों की तुलना में अपराधों की संख्या अधिक है। इनमें लूट, चोरी, गृहभेदन, हत्या, बलात्कार तथा अन्य अपराध शामिल हैं। अपराध दर्ज होने के बाद अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार प्रयास किए जाते हैं। रीवा संभाग में एक जनवरी 2019 से 31 मई तक कुल 8644 अपराध दर्ज हुए हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक सतना ने प्रत्येक जिले में साइबर सेल विशेषज्ञ, कानूनी सहायता के लिए विशेषज्ञ तथा मेडिकल जांच के लिए विशेषज्ञों की नियुक्ति का सुझाव दिया। मंत्री श्री बच्चन ने इन सुझावों पर सहमति जताई। बैठक में रीवा में नशा मुक्ति केन्द्र तथा महिला एवं बाल आश्रय गृह की स्थापना का सुझाव दिया गया। बैठक में महिलाओं से संबंधित अपराधों की विवेचना के लिए पृथक से अधिकारी की तैनाती का भी सुझाव दिया गया। बैठक का समापन पुलिस अधीक्षक रीवा द्वारा आभार प्रदर्शन से हुआ।