इंदौर(ईन्यूज एमपी)-इंदौर नगर निगम के बजट सम्मेलन में प्रदर्शन करने घुसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को एमआईसी सदस्य सुधीर देड़गे के साथ हाथापाई की। सदन में हुए प्रदर्शन पर भाजपा पार्षदों ने आपत्ति ली और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर कराने लसूड़िया थाने पहुंचे। पुलिस अफसरों ने रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की तो मेयर मालिनी गौड़, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया सहित भाजपा पार्षद थाने में ही धरने पर बैठ गए और भजन गाने लगे। मेयर ने एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र को फोन लगाया। करीब एक घंटे बाद पार्षद पति सहित पांच कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ। इसके बाद भाजपा का धरना खत्म हुआ। कांग्रेस नेता भी पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे और अपनी बात रखी। उनका कहना था कि क्षेत्र में जलसंकट के कारण लोग परेशान हैं और वे अफसरों को ज्ञापन देने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंचे थे। उधर, साढ़े पांच हजार करोड़ से ज्यादा का बजट बगैर बहस के पारित हो गया। हंगामे के कारण बजट पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षदों को बोलने का मौका ही नहीं मिल सका। एक घंटे बाद दर्ज हुई एफआईआर : रिपोर्ट दर्ज करवाने की मांग के दौरान टीआई संतोष दूधी और सीएसपी विजय नगर पंकज दीक्षित ने आवेदन पर जांच करने के लिए कहा तो महापौर, सांसद व पार्षद नाराज हो गए और धरने पर बैठ गए। एक घंटे बाद मेयर ने एसएसपी से फोन पर बात की। इसके बाद हंगामा करने वालों पर केस दर्ज कर लिया गया।