enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक ने वापस ली दावेदारी.....

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक ने वापस ली दावेदारी.....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के दिग्गज नेता गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक ने लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए अपनी दावेदारी वापस ले ली है। अभिषेक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर इसकी जानकारी दी। अभिषेक ने सागर, दमोह और खजुराहो सीट से लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए दावेदारी पेश की थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवारवाद पर लिखे ब्लॉग के बाद उन्होंने अपनी दावेदारी छोड़ने का फैसला किया।

पढ़िए आखिर अभिषेक भार्गव ने दावेदारी वापस लेने के लिए फेसबुक अकाउंट पर क्या लिखा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीस मार्च को वंशवाद को लेकर एक ब्लॉग लिखा था। जिसमें उन्होंने राजनीति में वंशवाद पर निशाना साधा था। सवाल कांग्रेस में स्थापित वंशवाद को लेकर था। इस ब्लॉग में उन्होंने यूपीए सरकार को लेकर भी सवाल खड़े किए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा कि, विपक्षी पार्टी संसद, न्यायपालिका, मीडिया और सशस्त्र बलों सहित संस्थाओं का अपमान करने में विश्वास रखती है, जबकि NDA सरकार के लिए देश की संस्थाएं सबसे ऊपर है। PM मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा, 'भारत ने देखा है कि जब भी वंशवादी राजनीति हावी हुई तो उसने देश की संस्थाओं को कमजोर करने का काम किया। जब आप मतदान करने जाएं तो आप बीते समय और इस बात का ध्यान रखें कि देश को एक परिवार की सत्ता पिपासा की भारी कीमत चुकानी पड़ती है। प्रेस से लेकर संसद तक। संविधान से लेकर अदालतों तक। सरकारी संस्थानों से लेकर सशस्त्र बलों तक... संस्थाओं को अपमानित करना कांग्रेस का तरीका रहा है। खाता न बही, जो कांग्रेस कहे, वही सही। याद रखिए, अगर हम अपनी स्वतंत्रता बचाए रखना चाहते हैं तो हमें हर पल सतर्क रहना होगा।'

इसी ब्लॉग के बाद ही गोपाल भार्गव के बेटे ने फेसबुक पोस्ट पर अपनी दावेदारी वापस लेने की बात लिखी है। मध्य प्रदेश में केवल यही नेता पुत्र या रिश्तेदार नहीं है, जो टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन की बेटी मौसम भी टिकट की दावेदारी कर रही हैं। वहीं शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह के समर्थक भी विदिशा सीट से उनकी दावेदारी जता रहे हैं। ऐसे में अभिषेक के दावेदारी छोड़ने के बाद बाकी नेताओं के रिश्तेदारों पर भी अपना नाम वापस लेने का दबाव होगा।

Share:

Leave a Comment