भोपाल (ईन्यूज एमपी)- लोकसभा चुनाव के लिए तारीख की घोषणा होते ही भाजपा में टिकटों को लेकर घमासान शुरू हो गया है। प्रदेश के कई दिग्गजों ने टिकट के लिए दावेदारी ठोंक दी है। पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने पिछली बार कपट होने का आरोप लगाते हुए इस बार चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर व पूर्व विधायक आरडी प्रजापति खुद के लिए, तो पूर्व वित्त मंत्री राघवजी अपनी बेटी ज्याेति शाह के लिए टिकट मांग रहे हैं। रघुनंदन शर्मा ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में उनके साथ कपट किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष तक ने उनसे मंदसौर सीट से तैयारी करने को कहा, बाद में टिकट दूसरे को दे दिया। उन्होंने कहा कि वे इस बार टिकट के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने नहीं जाएंगे। पार्टी को निष्ठावान लोगों को टिकट देना चाहिए। परिक्रमा करने वालों को टिकट देने से नुकसान होगा। प्रजापति ने टीकमगढ़ में केंद्रीय राज्य मंत्री वीरेंद्र खटीक के स्थान पर टिकट की दावेदारी की है। उन्होंने बाकायदा पत्र जारी कर खटीक को बाहरी व्यक्ति बताते हुए स्थानीय के नाम पर टिकट की मांग की है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि टीकमगढ़ में प्रजापति समाज के एक लाख 75 हजार मतदाता हैं, जबकि खटीक समाज के मात्र डेढ़ से दो हजार वोटर हैं। कांग्रेस हमारे लिए चुनौती नहीं : गौर ने भोपाल से चुनाव लड़ने का दावा किया है। अभी यहां से भाजपा के आलोक संजर सांसद हैं। गौर ने सोमवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि हम खुद भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। भाजपा मप्र में ज्यादा से ज्यादा सीट जीतेगी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। कांग्रेस हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है। ज्योति सबसे सशक्त दावेदार : राघवजी कहते हैं कि पार्टी के नेताओं ने उनसे विदिशा सीट के बारे में फीडबैक लिया था। मैंने बताया कि बाहरी व्यक्ति के बजाय स्थानीय को टिकट देना चाहिए। ज्योति सबसे सशक्त दावेदार हैं। पिछले सालों में विदिशा में भाजपा का ग्राफ गिरा है। विधानसभा चुनाव में भी इस कारण हमें हार का सामना करना पड़ा।