भोपाल ( ईन्यज एमपी ) मध्यप्रदेश के उन 23000 रोजगार संहायकों के भविष्य पर काजल की परछाईं लाने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो संगठन के मुखिया को ....? कई फांक में बंटे तितर बितर इस संगठन के कमजोरी का फायदा पूर्ववर्ती सरकार ने उठाया यह कहना गल्त नही होगा । जातिगत व क्षेत्रिगत फंदों में फुदक रहे संगठन के कुछ कतिपय मित्रों के चलते वे वेगुनाह रोजगार संहायकों का भविष्य खराब हुआ है जो इन तमाम झमेलों से परहेज करते हैं ... हॉ ...सच कहना जरूर कुछ साथियों को कड़वा लगता होगा लेकिन सच तो यही है कि उन 23000 का नेतृत्व करने वाले .... कंहा गई आपकी एप्रोच और चंदे की रकम ..? जरूरत है अब सम्हलने और बदलाव की ....? इन दो शब्दों पर जिस दिन अमल हुआ समझो आपका कैरियर सुरक्षित है ।