(ईन्यूज़ एमपी) उज्जैन- साल के पहले पर्व स्नान पर महाकाल की नगरी उज्जैन में शिप्रा नदी में नर्मदा जल न पहुंचने और अव्यवस्था की गाज कमिश्नर एमबी ओझा और कलेक्टर मनीष सिंह पर गिरी। सोमवार को सरकार ने दोनों को हटाते हुए अजीत कुमार को कमिश्नर और शशांक मिश्रा को कलेक्टर बनाया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव एसआर मोहंती से रिपोर्ट तलब की थी। बताया जा रहा है कि कलेक्टर मनीष सिंह ने मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा और सुरेंद्र सिंह बघेल का फोन भी नहीं उठाया था। इसकी शिकायत रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी उठी थी। साथ यही कारण है कि मंत्रियों की नाराजगी कमिश्नर और कलेक्टर पर भारी पड़ गई पर भारी पड़ गई।