इंदौर/ सतना(ईन्यूज एमपी)- स्पेशल टास्क फोर्स ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो कमीशन लेकर पाकिस्तानी ठगों के इशारे पर भारतीय खातों में ठगी के करोड़ों रुपए जमा करवाते थे। पुलिस ने इंजीनियर व छात्रों सहित 6 को पकड़ लिया है। 40 खातों में करोड़ों के लेन-देन का हिसाब भी बरामद हुआ है। सरगना व्हाट्सएप के जरिए संपर्क में रहते थे। एसपी (एसटीएफ) जितेंद्रसिंह के मुताबिक विजयनगर निवासी वैभवसिंह की शिकायत पर आरोपित पुष्पेंद्रसिंह उर्फ छोटूसिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। वैभव ने पुलिस को बताया कि उसे 10 लाख का बीमा और कमीशन का लालच देकर उसका खाता खुलवाया गया था। पुष्पेंद्र ने एटीएम कार्ड रख लिया और खुद के मोबाइल नंबर से जोड़ लिया। उस खातों में लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है। सरगना पुष्पेंद्र उर्फ छोटू सतना का रहने वाला है। वो सीमा पार पाकिस्तान में बैठे ठगों के लिए काम करता था। और सात फीसद कमीशन पर पाकिस्तानी ठगों का साथ दे रहा था। एसटीएफ को जांच में ये पता चला है कि कई बैंक अकाउंट में ये ठगी के पैसे जमा होते थे और फिर इन्हीं खातों से करोड़ों का लेन-देन होता था। इसके एवज में पुष्पेंद्र मोटा कमीशन वसूलता था। पकड़े गए आरोपियों में से तीन इंजीनियरिंग के छात्र हैं। ऐसे हुआ खुलासा पुलिस ने आरोपित पुष्पेंद्र उर्फ छोटू पिता अभिमानसिंह निवासी गंजगांव गढ़वाकला जिला सतना को पकड़ा तो खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तानी ठग बड़े मामू व छोटे मामू से जुड़ा हुआ है। दोनों ठग ऑनलाइन लॉटरी, स्कीम और अन्य तरह के झांसे देकर लोगों से रुपए ऐंठते थे। ठगी की राशि इंजीनियर व छात्रों के खातों में जमा करवाई जाती थी। पुष्पेंद्र को इसके बदले 7 प्रतिशत कमीशन मिलता था। वह अभी तक करोड़ों रुपए जमा करवा चुका है। उसको हर महीने 6 लाख रुपए की कमाई होती थी। पुलिस को पुष्पेंद्र का कैनरा बैंक (एमआर-10) का खाता मिला है। इससे 1 करोड़ 43 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। एसपी के अनुसार अभी तक 40 खातों का रिकॉर्ड मिल चुका है। ठगी का आंकड़ा करोड़ों रुपए तक पहुंच गया है। व्हाट्सएप पर मामू का ऑर्डर, छात्रों को 3 फीसद कमीशन एसपी के मुताबिक हैंडलर (पाकिस्तानी) व्हाट्सऐप पर संपर्क में थे। वॉइस नोट के जरिए खाते में रुपए जमा कराने का संदेश मिलता था। पुष्पेंद्र परिचित व छात्रों को ढूंढ़कर खाते खुलवाता था। खाते उपलब्ध करवाने वालों को 3 प्रतिशत कमीशन देता था। एसटीएफ ने पुष्पेंद्र के लिए खाते तलाशने वाले मनीष भालसे (कर्मचारी) निवासी वक्रतुंडनगर, भारगेंद्र सिंह (इंजी. छात्र) निवासी हनुमान नगर सतना, सुजीत सिंह (इंजीनियर) कृष्णबाग कॉलोनी, करणसिंह रामपुर बघेलान, ब्रजेंद्रसिंह (इंजीनियर) निवासी माधवगढ़ सरिया सतना को पकड़ा है। आरोपित पुष्पेंद्र से 3 प्रतिशत कमीशन लेकर किराए पर खाते उपलब्ध करवाते थे। एसपी के मुताबिक पुष्पेंद्र पूर्व में सतना के देवेंद्र के अधीनस्थ काम करता था। इस दौरान वह पाकिस्तानियों से सीधे संपर्क में आ गया और उनके इशारे पर काम करने लगा। वह वर्ष 2012 में हुबली (कर्नाटक) और 2015 में सतना में गिरफ्तार हो चुका है। हिंदुस्तानी खातों में घूमते पाकिस्तान पहुंचा रुपया आरोपित बड़े मामू व छोटे मामू किराए के खातों में रुपए जमा करवा लेते थे। फिर पुष्पेंद्र को ऑर्डर देकर दूसरे फर्जी खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे। सबूत के तौर पर उससे बैंक स्टेटमेंट का रिकॉर्ड भी मंगवाते थे। पूछताछ में यह भी जानकारी मिली कि आरोपित डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) के रिचार्ज भी करवाते थे।