खंडवा(ईन्यूज़ एमपी)- कोतवाली के प्रधान आरक्षक ने थाने व थाने के बाहर रविवार रात जमकर उत्पात मचाया। पहले तो सड़क पर वाहनों को रोका और जाम लगा दिया। फिर हटाने आए पुलिसकर्मियों के बैज फाड़कर फेंक दिए। एडिशनल एसपी थाने का निरीक्षण करने आए तो उसने उनकी कॉलर पकड़कर मारपीट की कोशिश की। एक एएसआई बचाने आया तो उसे भी दो चांटे जड़ दिए। पानी देने गए एक एएसआई पर भी पानी की बाेतल फेंककर मारी। दो घंटे की मशक्कत के बाद अफसर उसे पकड़कर थाने लाए। यहां अस्पताल से आए कंपाउंडर ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाया तब वह काबू में आ सका। एएसआई की शिकायत पर उत्पात मचाने वाले प्रधान आरक्षक पर केस दर्ज किया गया। घटना रविवार रात करीब 8 बजे की है। कोतवाली की 100 डायल में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रदीप तोमर (45) कोतवाली थाने के बाहर सड़क पर बैठ गया और वाहनों को रोककर हंगामा करने लगा। जब टीआई बीएल मंडलोई व अन्य पुलिसकर्मी उसे हटाने गए तो उसने दो आरक्षकों के साथ झूमाझटकी कर उनके बैज फाड़कर सड़क पर फेंक दिए। जब एएसपी महेंद्र तारनेकर थाने का निरीक्षण करने पहुंचे तो प्रदीप उनके वाहन के सामने बैठ गया और अश्लील गालियां देने लगा। जब एएसपी वाहन से उतरे तभी प्रदीप ने उनकी कॉलर पकड़ी और जान से मारने की धमकी दी। यही नहीं जब वे टीआई के कैबिन में बैठे तब उसने दरवाजे पर लात मारकर वहां तोड़फोड़ भी की। इसके बाद वहां ड्यूटी कर रहे एएसआई अरुण कुमार बड़ोले को दो तमाचे जड़े और थाने से भाग निकला। रात 10 बजे पुलिस उसे पुलिस लाइन से पकड़कर थाने लाने लगी तब भी उसने तीन बार वाहन से उतरकर भागने का प्रयास किया। यहां थाने के बाहर उसने फिर हंगामा किया और पानी से भरी बोतल एएसआई नानकराम पाटीदार पर दे मारी। मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे काबू कर हिरासत में लिया। रात करीब 10.10 बजे प्रधान आरक्षक की पत्नी व उसका जेठ थाने पहुंचा। पत्नी ने यहां एएसपी को बताया छह दिन पहले प्रदीप ने उसे घर से निकाल दिया। वह अपने जेठ के घर चली गई। रविवार दोपहर वह घर आया और हंगामा करने लगा। घटना के बाद वह शाम 7 बजे शिकायत लेकर थाने भी आई थी। प्रदीप के बड़े भाई ने बताया उसका भी तलाक हो चुका है। भाभी के बारे में प्रदीप को लोग भला बुरा कहते हैं जिससे वह डिप्रेशन में रहता है। पिछले छह दिन से वह ऐसा ही व्यवहार कर रहा है। मानसिक रोगी हाेने से उसका उपचार भी चल रहा है।