नीमच(ईन्यूज़ एमपी)- जिले में शिक्षकों के वर्ग 1, 2 व 3 में 1200 पद खाली पड़े हैं। शिक्षक पात्रता के आवेदन 20 अक्टूबर तक लिए जाएंगे। आचार संहिता के चलते वर्ग-3 की प्रक्रिया अटक गई है। स्कूलों में लंबे समय बाद रिक्त पदों पर भरपाई हो रही है। डीईओ का कहना है वर्ग-3 को लेकर फिलहाल किसी तरह का आदेश नहीं आया है। जिले के नीमच, जावद व मनासा ब्लाॅक में शिक्षक वर्ग 1, 2 व 3 में करीब 2800 पद स्वीकृत हैं। इस तुलना में वर्तमान में 1200 पद खाली पड़े हैं। सर्वाधिक 680 पद तो वर्ग-2 में रिक्त हैं। वर्ग-1 में 220 पद तथा 300 पद वर्ग-3 के रिक्त हैं। इस बीच स्कूल में खाली पड़े पदों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया में उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक यानि वर्ग 1 व 2 में जारी विज्ञापन में और पद बढ़ा दिए गए हैं। लेकिन वर्ग-3 का विज्ञापन अब अटक गया है। इसका कारण आचार संहिता रहा है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार पद बढ़ाए जाने के संबंध में 6 अक्टूबर को परीक्षा नियंत्रक ने पत्र जारी किया था। ड्राफ्ट नहीं भेजे जाने के कारण बढ़ा मामला - वर्ग 1 व वर्ग-2 के लिए तो विज्ञापन जारी हो गए। पद कम होने के कारण जो नाराजगी वर्ग-2 के विज्ञापन को लेकर आवेदकों में थी, वह पद बढ़ाए जाने के बाद दूर हो गई है। अब वर्ग -1 में जहां 17000 से बढ़कर पदों की संख्या 19220 हो गई है वहीं वर्ग-2 में भी यह संख्या बढ़कर 5670 से अब 11374 हो गई है। इस प्रकार दोनों वर्गोंं के कुल पद मिलाकर 30 हजार से अधिक हो गई है। वर्ग-3 यानि प्राथमिक शिक्षक के लिए विज्ञापन जारी करने का मामला फिलहाल आचार संहिता के कारण उलझ गया है। एक चर्चा यह भी है कि यह विज्ञापन आचार संहिता हटने के बाद ही जारी होगा। दरअसल सबसे अधिक आवेदन हर बार ही तरह वर्ग-3 में ही आना है। जिसका लंबे समय से आवेदकों को इंतजार था, वह अब और भी बढ़ गया है। भर्ती प्रक्रिया को लेकर परीक्षा नियंत्रक एसके भदौरिया ने बताया कि जिन आवेदकों ने पहले आवेदन किया उनको अब आवेदन करने की जरूरत नहीं है। ऐसे आवेदकों को भी जनजातीय कार्य विकास विभाग के समान पदों के लिए आवेदित माना जाएगा।डी ईओ केसी शर्मा ने बताया वर्ग-3 की भर्ती को लेकर विभागस्तर पर किसी तरह का निर्देश नहीं आया है।