भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- विधानसभा चुनाव की तैयारियों का हाल जानने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने गुरुवार को 13 विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें पुलिस अधिकारियों की खिंचाई हुई। दरअसल, वे चुनाव ड्यूटी में लगने वाले पौने दो लाख अधिकारियों-कर्मचारियों को डाक मतपत्र देने की व्यवस्था के बारे में पुख्ता जानकारी देने की जगह सवाल ज्यादा कर रहे थे। बैठक में सभी विभागों को निर्देश दिए गए कि इस माह के अंत तक सभी लक्ष्य पूरे हो जाने चाहिए। सूत्रों के मुताबिक बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों से डाक मतपत्र देने की व्यवस्था को लेकर ब्योरा मांगा। अधिकारी इसकी जानकारी देने की जगह सवाल पूछने लगे। जब संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उन्होंने कहा कि आपको व्यवस्था करनी है पर पहले ही समस्या बताने लगते हैं। सवालों के जवाब कम दे रहे हो और मुझसे सवाल ज्यादा कर रहो हो। इसी तरह जब सामान्य प्रशासन विभाग की समीक्षा चल रही थी, तब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने शिकायतों को देखने वाले नोडल अधिकारी कमल नागर के बारे में पूछा। वे बैठक में मौजूद नहीं थे। उन्हें आनन-फानन में बुलाया गया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि आचार संहिता के पालन में कोई कोताही न बरती जाए। सभी लक्ष्य तय समय पर पूरे हो जाएं। पुलिस की तैनाती की योजना तैयार करने के साथ केंद्रीय बलों की मांग, सीमावर्ती राज्य के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक करके नाकाबंदी सुनिश्चित की जाए। सभी अधिसूचनाएं जारी हो जाएं और स्कूल व कॉलेजों में बनाए गए मतदान केंद्रों में सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं। जोनल अधिकारी एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को विशेष कार्यपालिक दंडाधिकारी की शक्तियां देने के लिए विधि विभाग को अधिकृत किया गया। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश कुशरे और राजेश श्रीवास्तव मौजूद थे।