दिल्ली(ईन्यूज़ एमपी)- चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है| राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में नवंबर से दिसंबर के बीच मतदान पूरा हो जाएगा, जिसके बाद 11 दिसंबर को सभी राज्यों के नतीजे एक साथ घोषित किए जाएंगे| चुनाव आयोग की घोषणा के साथ आज से ही इन पांच राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है| छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान 12 नवंबर को होगा, 23 अक्टूबर को नामांकन की आखिरी तारीख है जबकि स्क्रूटनी 24 अक्टूबर को होगी| इस चरण में 18 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा| मध्य प्रदेश-मिजोरम चुनाव- एमपी में 28 नवंबर को मतदान होगा, यहां एक ही चरण में मतदान कराया जाएगा| यहाँ नामांकन प्रक्रिया २ नवम्बर को प्रारम्भ होगी जिसकी अंतिम तिथि 9 नवम्बर है। नामांकन पत्रों की जाँच १२ तो नाम वापस लेने की तारीख़ 14 नवम्बर होगी। मिजोरम में भी इसी दिन मतदान होगा, यहां भी 28 नवंबर को ही मतदान कराया जाएगा| राजस्थान-तेलंगाना चुनाव- राजस्थान में 7 दिसंबर को मतदान होगा| यहां भी एक चरण में ही मतदान कराया जाएगा| दोनों ही राज्य में एक चरण में मतदान होगा| इन सभी पांच राज्यों में 11 दिसंबर को मतगणना होगी| प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 दिसंबर से पहले चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी| उन्होंने बताया कि चुनाव में आधुनिक ईवीएम व वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा| साथ ही मतदान की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी| छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 91 सीटों पर,मध्य प्रदेश में कुल 231 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होगा| जबकि राजस्थान में 200 सीटों पर, मिजोरम में 40 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं। इन 5 राज्यों में से तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इस वक्त भाजपा की सरकार है। वर्तमान सरकारों के कार्यकाल की बात की जाये तो राजस्थान का 20 जनवरी, 2019 तक,मध्य प्रदेश 07 जनवरी, 2019 तक छत्तीसगढ 05 जनवरी, 2019 तक, मिजोरम 15 दिसम्बर, 2018 तक है,| अगर गौर करें एमपी के पिछले विधानसभा चुनावों के नतीजों पर तो विधानसभा की कुल 230 सीटों के लिए भाजपा के 165, कांग्रेस के 58, बसपा के चार और अन्य तीन विधायक चुने गए थे| अगर देखा जाये विंध्य क्षेत्र (सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया) में तो पिछले चुनावों में इस क्षेत्र की 30 विधानसभा सीटों में 17 सीट पर बीजेपी, 11 कांग्रेस और 2 सीट पर बसपा का कब्ज़ा हुआ था|