इंदौर(ईन्यूज़ एमपी)- डायरेक्टोरेट ऑफ रिवेन्यू इंंटेलीजेंस (डीआरआई) इंदौर द्वारा 26 सितंबर को पोलोग्राउंड की लैब से पकड़ा गया 10.09 किलो ग्राम फेंटानिल हाइड्रोक्लोराइड ड्रग इतना घातक है कि यह 50 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले सकता है। यह ड्रग नशे के लिए 0.001 ग्राम लिया जाता है, ओवरडोज होते ही सामने वाले की मौत हो सकती है। यानी इस ड्रग की 0.002 ग्राम मात्रा जान ले सकती है। देश में पहली बार इसकी जब्ती हुई है। इसकी घातकता को देखते हुए डीआरआई ने रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करने वाले डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आॅर्गनाइजेशन) को भी कार्रवाई में शामिल किया है, क्योंकि किसी भी संस्थान के पास इसका सैंपल लेने और इसकी जांच करने के संसाधन ही नहीं हैं। यह इतना घातक है कि इसे बाहर भी नहीं भेजा जा सका है। यह इंदौर में डीआरडीओ की निगरानी में रखा है। डीआरडीओ ने इस ड्रग के फेंटानिल होने की पुष्टि उच्च स्तर पर कर दी है। इसके बाद दिल्ली से लेकर इंदौर तक सभी एजेंसी अलर्ट पर हैं। हालांकि इसके ड्रग के अलावा किसी अन्य उपयोग होने की आशंका नहीं है। पकड़े गए ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 110 करोड़ रुपए है। डीआरआई की इस पूरी कार्रवाई को देश में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।