आगामी विधानसभा के मद्देनजर चुनाव आयोग अब मैदान में उतरे लोगों की जासूसी भी करेगा। आयोग यह भी नजर रखेगा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब, उपहार और पैसा न बांट पाएं। आयोग प्रत्याशियों पर नजर रखने के लिए सात हजार से ज्यादा खुफिया लोग मैदान में रखने की योजना बनाई है। यह व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई है। इसके लिए बूथ स्तर पर जागरुकता समूह भी बनाए गए हैं। खबर है कि एक समूह में तीन खबरी रखे जाएंगे। इन खबरियों का काम होगा प्रत्याशियों की सभाओं में शामिल होकर यह देखना कि कितने पंडाल लगाए गए, कितने स्टेज बनाए गए और प्रचार के लिए कितनी गाड़ियों का उपयोग किया जा रहा है। खबरी यह सारी जानकारी आयोग के आला अधिकारियों को देगा। चुनाव में प्रत्याशियों पर नजर रखे जाने की सारी जानकारी कलेक्टर सुदाम खाडे ने दी। सुदाम खाडे ने बताया कि अंतिम मतदाता सूची में करीब 18 लाख 54 हजार 847 मतदाता शामिल हैं। 2013 के विस चुनाव के मुकाबले इस बार 543 मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं। इसबार संख्या 2,259 हो गई है। अपराधियों की निकाली गई कुंडली यही नहीं चुनाव के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश कर सकने वाले लोगों की एक लिस्ट तैयार की गई है। इसके लिए पुलिस के साथ मिलकर अपराधियों की कुंडलियां भी निकाल ली गई हैं। बहुतायत में जिलाबदर और एनएसए की कार्रवाई की गई है। अब पुलिस की ओर से अपराधियों को रेड कार्ड जारी करने की कार्रवाई की जा रही है। जिला कलेक्टर सुदाम खाडे ने बताया कि चुनाव को लेकर हमारी तैयारी पूरी है। जिम्मेदारियां निर्धारित कर दी गई हैं। किसी तरह का उपहार और शराब का उपयोग चुनाव के दौरान नहीं हो इसकी सख्ती मॉनीटरिंग की व्यवस्था है। यही नहीं प्रशासन ने इस बार एक सुगम एप लांच किया है। प्रत्याशी प्रचार के लिए वाहन और सभा के स्थान की अनुमति इसके माध्यम से ले सकेंगे। प्रशासन इसी के माध्यम से आवेदन के क्रम में अनुमति देगा। इससे भेदभाव के आरोप लगने की स्थिति नहीं बनेगी। साथ ही प्रशासन ने चुनाव संबंधी शिकायतों के लिए सी विजिल एप और हेल्प लाइन नंबर 1950 पर करने की सुविधा दे रहा है।