भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- मुख्यमंत्री निवास के पॉलिटेक्निक चौराहे स्थित मोबाइल टावर पर चढ़े किसान वीरेन्द्र प्रजापति को करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ की टीम ने नीचे उतार लिया है। युवक जब टावर पर चढ़ा तो उसके पूरे परिवार के सदस्य नीचे मौजूद थे। जैसे ही युवक के टावर पर चढ़ने की सूचना लोगों को लगी वहां भीड़ लग गई। इस बीच कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। युवक के कड़ी सुरक्षा वाले क्षेत्र में टावर पर चढ़ने की सूचना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। नगर निगम का अमला भी रेस्क्यू टीम के साथ वहां पहुंच गया। क्रेन के सहारे नगर निगम की टीम ने क्रेन के सहारे करीब एक घंटे तक युवक को उतारने का प्रयास किया। जब नगर निगम की टीम सफल नहीं हुई तो एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने क्रेन के सहारे पहले युवक को उतरने कहा। युवक ने उतरने से मना कर दिया तो एसडीआरएफ की टीम ने उसे बातों में लगा लिया। इस दौरान टावर पर एसडीआरएफ टीम के दो लोग टावर पर चढ़ गए। जैसे ही उन्होंने टावर पर चढ़ युवक को पकड़ा क्रेन पर चढ़े टीम के सदस्यों ने रस्सी फेंक दी। टावर पर चढ़े एसडीआरएफ के दोनों लोगों ने उस रस्सी से युवक को बांध दिया। फिर उसे क्रेन पर लाया गया। जहां सबसे पहले उसे पानी पिलाया गया और क्रेन से नीचे लाया गया। पुलिस युवक को थाने लेकर गई है। इस संवंध में किसान की पत्नी ने बताया की रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील के ग्राम बिछुआ निवासी उसका पति वीरेन्द्र प्रजापति की पांच एकड़ जमीन बांध के डूब क्षेत्र में आ गई है। आज तक मुआवजा नहीं मिला। हम लोग पांच साल से परेशान हैं। मंत्रियों से लेकर अफसरों के चक्कर लगा-लगाकर परेशान हो चुके हैं। हमारी समस्या का कोई हल नहीं निकला हमारे क्षेत्र के विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री रामपाल सिंह से तो हम लोग इन पांच सालों में कम से कम पचास बार हमारी समस्या हल कराने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।