भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना एक नयी क्रांति है। यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों के लिये यह अदभुत योजना बनाई है। योजना से प्रदेश के एक करोड़ 30 लाख परिवार लाभांवित होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत - निरामयम मध्यप्रदेश के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गेहलोत भी उपस्थित थे। श्री चौहान ने कहा कि चिकित्सा सुविधा प्राप्त करना नागरिकों का बुनियादी अधिकार है। संसाधनों पर सबका हक है। राज्य सरकार की संबल योजना दुनिया की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा योजना है। संबल योजना के हितग्राहियों को भी आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है। केन्द्र सरकार की गरीबों के कल्याण की योजनाओं का क्रियान्वयन मध्यप्रदेश में प्राथमिकता से किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2022 तक हर गरीब को आवास उपलब्ध करवाया जायेगा। उज्जवला योजना के क्रियान्वयन में भी मध्यप्रदेश अग्रणी है। इस योजना के तहत प्रदेश में 40 लाख महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाये गये हैं। आयुष्मान भारत - निरामयम मध्यप्रदेश योजना का क्रियान्वयन प्रदेश में ट्रस्ट मॉडल के रूप में किया जायेगा। योजना की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने के लिये व्यापक अभियान चलाया जायेगा। यह योजना आम जनता की जिंदगी में बदलाव लाने की योजना है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सुख शरीर का स्वस्थ रहना है। स्वच्छ भारत अभियान से बीमारियों की रोकथाम में मदद मिली है। स्वच्छता सर्वे में प्रथम स्थान पर रहने वाले इंदौर शहर में बीमारियों के प्रतिशत में उल्लेखनीय कमी आई है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोई भी गरीब इलाज से वंचित नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान और राज्य बीमारी सहायता निधि से लगातार मदद दी जा रही है। प्रदेश में सरदार वल्लभ भाई पटेल नि:शुल्क दवा वितरण जैसी योजना क्रियान्वित की जा रही है। केन्द्र की योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश आगे- केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री तोमर ने कहा कि केन्द्र सरकार की कोशिश समग्र विकास की कल्पना को साकार करना है। क्षेत्र के विकास के साथ व्यक्ति का विकास भी होना चाहिये। गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के जीवन स्तर में सुधार की कई योजनायें क्रियान्वित की जा रही हैं। भारत स्वच्छ और निरोग रहे, इसके लिये आयुष्मान भारत योजना लागू की जा रही है। केन्द्र की योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में पहले भी अव्वल रहा है। इस योजना के क्रियान्वयन में भी मध्यप्रदेश सबसे आगे रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में अव्वल है। गरीबों को मिलेगी बिना दिक्कत के स्वास्थ्य सुविधायें- केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री श्री गेहलोत ने कहा कि मध्यप्रदेश में सरकार गरीबों के कल्याण के लिये कई योजनाएं चला रही है। सब सुखी हों और निरोग हों, यह हमारी प्राचीन परंपरा रही है। गरीबों को स्वास्थ्य सुविधायें बिना दिक्कत के आसानी से मिलें, इसके लिये आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई है। मध्यप्रदेश इसके क्रियान्वयन में अग्रणी रहे। प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना प्रदेश के विकास के साथ गरीबों के जीवन को बदलने की योजना है। इसमें सभी पात्र परिवारों को लाभ दिलाया जाये, इसका संकल्प लें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गरीबों के जीवन में खुशहाली लाने की योजनाओं का क्रियान्वयन प्राथमिकता से किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य गौरी सिंह ने कार्यक्रम में बताया कि प्रदेश के एक करोड़ 30 लाख परिवारों को योजना का लाभ मिलेगा। इसके क्रियान्वयन के लिये दीनदयाल स्वास्थ्य सुरक्षा परिषद का गठन किया गया है। योजना में 300 शासकीय और निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया जा चुका है। योजना के तहत चिन्हित हर अस्पताल में आयुष्मान मित्र पदस्थ किये गये हैं। कार्यक्रम में योजना के लाभार्थियों को प्रतीक स्वरूप योजना के कार्ड वितरित किये गये, योजना की वेबसाइट का शुभारंभ किया गया तथा योजना की दिशा-निर्देश पत्रिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के 51 जिला अस्पतालों की ई-हॉस्पिटल वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया। साथ ही, मध्यप्रदेश की एंटीबायोटिक नीति का विमोचन किया गया। प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में हर दिन अलग-अलग रंग की चादर बिछाने की योजना का भी शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कायाकल्प अभियान में चयनित सतना और भिण्ड जिला अस्पतालों के अधीक्षकों को पुरस्कृत किया गया।