ग्वालियर(ईन्यूज़ एमपी)- अडूपुरा में बीती रात एक युवक को जहरीले कीड़े ने काट लिया। सूचना मिलने पर 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और पीड़ित को जिला अस्पताल मुरार लेकर आई। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन शव को वापस गांव ले गए। गुरुवार सुबह गांव से फिर एक युवक के बेहोश होने की सूचना मिली।
जिसके बाद एम्बुलेंस फिर गांव पहुंची। वहां एम्बुलेंस स्टाफ ने उसी युवक का शव देखा तो ले जाने से इंकार कर दिया। इस पर ग्रामीण भड़क गए और एम्बुलेंस स्टाफ को बंधक बना लिया। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने के बाद डायल 100 को मौके पर भेजा गया, तब जाकर सुबह 9.30 बजे एम्बुलेंस स्टाफ को मुक्त कराया गया।
अडूपुरा गांव से बुधवार रात 11.11 बजे 108 नंबर पर फोन करके सूचना दी गई कि एक युवक को जहरीले कीड़े ने काट लिया है, जिससे उसे उल्टी दस्त हो रहे हैं। गोला का मंदिर प्वाइंट पर तैनात 108 एम्बुलेंस क्रमांक एमपी02 एवी 6742 को अडूपुरा रवाना किया गया। एम्बुलेंस में मौजूद पैरामेडिकल स्टाफ ने जांच के बाद मटुरीलाल पुत्र भजनलाल की मौत होने की जानकारी दी।
परिजन नहीं माने तो युवक को एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल मुरार लाया गया। जहां डॉ.मनोज चौपड़ा ने उसे मृत घोषित कर दिया। साथ ही परिजनों से कहा कि यदि वह चाहें तो पोस्टमार्टम के लिए शव को जयारोग्य अस्पताल ले जाएं या फिर घर ले जा सकते हैं। परिजन शव लेकर अडूपुरा रवाना हो गए। सुबह 7.30 बजे फिर से 108 नंबर पर कॉल करके एक युवक के बेहोश होने की सूचना दी।
गोला का मंदिर प्वाइंट की एम्बुलेंस जब वहां पहुंची तो मटुरीलाल का शव रखा था। परिजनों का कहना था कि शव को पहले थाने फिर जेएएच ले चलो। एम्बुलेंस स्टाफ का कहना था कि यह इमरजेंसी वाहन है, इसमें शव नहीं ले जा सकते हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक शव लेकर नहीं जाएंगे एम्बुलेंस को यहां से नहीं जाने देंगे।
स्टाफ ने जब एम्बुलेंस को ले जाने का प्रयास किया तो ग्रामीण लाठियां लेकर खड़े हो गए। घेराबंदी होते देख एम्बुलेंस स्टाफ चुपचाप वहीं बैठ गया। बड़ी मुश्किल से वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने की इजाजत दी गई। घटना की सूचना मिलने पर जब डायल 100 वाहन मौके पर पहुंचा तब एम्बुलेंस को सुबह 9.30 बजे मुक्त कराया गया।