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Home मध्य प्रदेश सामाजिक कार्यों में शोध करने पर तीन साल तक दिए जाएंगे 25 हजार प्रतिमाह....

सामाजिक कार्यों में शोध करने पर तीन साल तक दिए जाएंगे 25 हजार प्रतिमाह....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- अगर आप राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में पढ़ रहे हैं और सामाजिक कार्यों में शोध करना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। विवि में रहकर सामाजिक शोध करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को अब विवि 25 हजार स्र्पए प्रतिमाह तीन साल तक देगा। इसकी स्वीकृति कार्यपरिषद की बैठक में मिल गई है।

दरअसल, आरजीपीवी की कार्यपरिषद की बैठक मंगलवार दोपहर तीन बजे से आयोजित की गई। तीन घंटे चली कार्यपरिषद की बैठक में विवि से संबंधित आधा दर्जन से अधिक प्रस्तावों पर चर्चा की गई। सबसे अहम निर्णय यह लिया गया कि छात्रों को शोधकार्यों में बढ़ावा देने के लिए फंड दिया जाएगा।

सूत्र बताते हैं कि विवि के छात्रों की फीस बढ़ाने का मामला जैसे ही कार्यपरिषद की बैठक में रखा गया तुरंत कुलपति सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि पिछली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस संबंध में चर्चा कर ली गई है। यह फाइनेंस कमेटी के पास जाना चाहिए गलती से कार्यपरिषद के अनुमोदन के लिए रखा गया है। इसे एकेडमिक काउंसिल से ही वापस कर लिया गया था। उन्होंने कहा फिलहाल विवि किसी तरह की फीस नहीं बढ़ा रहा है।

विवि में बढ़ते हुए कोर्ट केसों को देखते हुए पांच वकीलों की पैनल नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। वहीं इन्हें दिया जाने वाला पारिश्रमिक भी बढ़ा दिया गया है। पहले इन्हें एक केस लड़ने के 12 हजार स्र्पए मिलते थे जो अब 15 हजार स्र्पए हो गया है। विवि में कपिल दुग्गल, अरविंद दुधावत, हाईकोर्ट के ग्वालियर खंडपीठ के गिरराज अग्रवाल और इंदौर खंडपीठ के मनोज द्विवेदी और हेमंत को नियुक्त किया गया है।

इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी

- कार्यपरिषद में निर्णय लिया गया कि कार्यस्थल पर कर्मचारी को कोई क्षति पहुंचती है तो टीचर्स वेलफेयर फंड से उन्हें तुरंत 25 हजार स्र्पए की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

- उन्न्त भारत अभियान के तहत पांच लाख स्र्पए का फंड स्वीकृत किया गया है।

- आजीपीवी से डिप्लोमा पार्ट टाइम करने वाले छात्रों को एनएफटी (नॉट फिट फॉर टेक्निकल एजुकेशन) मिलने पर अब दो अनुकंपा अवसर दिए जाएंगे।

- अब आरजीपीवी स्वयं सुपरवाईजरों की नियुक्ति करेगा।

- डिप्लोमाधारी को 12वीं के समकक्ष मानने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।

- ईसी मेंबर मिलकर छात्रों की समस्यां सुनेंगे। इसके लिए जल्द ही एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।

- विशेष परिस्थिति में छात्रों व स्टॉफ को चिकित्सा परामर्श के लिए डॉ. एसआर मालवीय को जून माह से 6 महीने के लिए नियुक्त किया जाएगा।

- यूआईटी के इलेक्ट्रॅानिक्स डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर शोभना जैन को स्टडी लीव अमान्य कर दी गई है।

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