इंदौर(ईन्यूज एमपी)- 'फरार वारंटी पकड़ो और नकद इनाम ले जाओ' सुनने में यह जरूर त्योहारी ऑफर की तरह लग रहा है लेकिन यह जानकर आश्चर्य होगा कि एसपी पश्चिम ने वारंटियों की धरपकड़ के लिए एएसपी-सीएसपी और टीआई के साथ मिलकर यह अनूठी योजना तैयार की है। इसके तहत हर गिरफ्तारी पर पुलिसकर्मी को अधिकारियों की अनुशंसा पर सात हजार रुपए तक का नकद इनाम दिया जाएगा। एसपी पश्चिम सिद्धार्थ बहुगुणा के मुताबिक अकसर देखने में आता है कि जमानत मिलने के बाद आरोपित लापता हो जाते हैं। समन, जमानती और गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद भी वे कोर्ट में पेश नहीं होते हैं। इस वजह से कोर्ट इनकी गिरफ्तारी के लिए स्थायी वारंट जारी करता है। इसके बाद स्थायी वारंटियों की तामीली में समस्या आती है। अधिकारियों के मुताबिक कामकाज में फंसे होने के कारण थाने का स्टाफ वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए ज्यादा प्रयास नहीं करता है। सूत्रों की मानें तो वारंट तामीली करने में पुलिसर्मियों की रुचि न होने के कारण फरार स्थायी वारंटी गिरफ्तार नहीं हो पाते हैं। कई बार देखने को मिला है कि बदमाश अपराध करने के बाद ठिकाना बदल देते हैं। इस कारण उन्हें पकड़ने में समस्या आती है। कई बार नाम-हुलिया बदलकर छिप जाते हैं। इस वजह से भी काम मुश्किल हो जाता है। इसके मद्देनजर पश्चिम क्षेत्र के सभी थानों के लिए इनामी योजना शुरू की गई है। इसके तहत अब हर गिरफ्तारी पर इनाम दिया जाएगा। एसपी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य स्थायी वारंटी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करवाना है। नकद इनाम मिलने से जवानों में पूरी क्षमता से काम करने का जज्बा पैदा होता है और वारंटियों की गिरफ्तारी से समाज में भी अच्छा संदेश जाता है। स्थायी वारंटी को पकड़ने वाले को एक हजार से सात हजार रुपए तक का इनाम दिया जाएगा इसके लिए तीन अलग श्रेणियां बनाई गई हैं। पहली में 5 साल से ज्यादा समय से फरार वारंटी को रखा गया है। दूसरी में 3 से 5 साल तक के और तीसरी में 1 से 3 साल तक फरार वारंटी हैं। सभी श्रेणियों में इनामी राशि भी अलग-अलग है। इनाम की घोषणा के बाद एरोड्रम पुलिस ने एक साथ 25 वारंटियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एसपी सहित डीआईजी ने भी उचित इनाम देने के घोषणा की थी।