भोपाल(ईन्यूज एमपी)- राज्य महिला आयोग में मंगलवार को एक मां अपनी नाबालिग बेटी की तलाश करने के लिए गुहार लगाती नजर आई। मां रोती हुई आयोग अध्यक्ष से मिलने के लिए गुहार लगा रही थी, लेकिन अध्यक्ष के न होने के कारण सदस्य ने उनकी बातों को सुना और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। शबरी नगर निवासी सुनीता चौहान (परिवर्तित नाम) अपनी नाबालिग बेटी की गुमशुदगी का शिकायती आवेदन दिया है। जिसमें पीड़िता ने बताया कि एक सप्ताह पहले उसकी 16 वर्षीय बेटी घर से कोचिंग के लिए निकली थी, लेकिन अब तक घर वापस नही आई। वहीं महिला ने आयोग में कमला नगर थाने द्वारा बेटी को ढूंढने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो थाने वालों ने एक सप्ताह तक शिकायत ही दर्ज नहीं की, अब उसे ढूंढने में असमर्थता जता रही है। पुलिस ने बेटी के चरित्र पर उठाया सवाल महिला ने बताया कि 14 अगस्त की रात तक जब बेटी घर वापस नही आई तो हम बेटी की गुमशुदगी की शिकायत करने थाने गए, लेकिन पुलिस वालों ने उल्टा बेटी के चरित्र पर ही सवाल उठाने लगे। पुलिस वालों ने हमारी शिकायत दर्ज करने की बजाय यह कह कर वापस कर दिया कि कहीं घूमने गई होगी, जल्द ही वापस आ जाएगी। महिला ने बताया रविवार को बेटी ने उसकी सहेली के नम्बर पर एक मैसेज किया, जिसमें लिखा था कि यह मम्मी मेरी हेल्प करो और इस नम्बर को पुलिस तक पहुंचा दो। लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने इस मामले में सायबर सेल की मदद लेने की बजाय थाने में ही उस नंबर पर फोन लगा दिया। जिसके बाद से नंबर भी बंद हो गया।